- कन्या महाविद्यालय में ऑर्गनाइज किया गया क्वालीफाइंग स्पीच

- 5 में से स्पीच देने केवल 3 ही आए

BAREILLY: कन्या महाविद्यालय, भूड़ में स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन के लिए कैंडीडेट्स ने हुंकार भर दी है। मंडे को कॉलेज में ऑर्गनाइज क्वालीफाइंग स्पीच में उन्होंने प्रमुखता से स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम्स को रखा। कैंडीडेट्स ने कैंपस में बेसिक नीड्स प्रोवाइड कराने की पुरजोर वकालत की। कॉलेज मैनेजमेंट ने केवल उन्हीं पदों के कैंडीडेट्स को स्पीच देने की परमीशन दी, जिन पर एक से ज्यादा कैंडीडेट्स हैं। बाकी जो निर्विरोध निर्वाचित होने वाले हैं उनको स्पीच देने का अवसर नहीं दिया। इलेक्शन ब् दिसम्बर को सुबह 9 बजे से कंडक्ट किया जाएगा।

दो नहीं आए

क्वालीफाइंग स्पीच में केवल प्रेसीडेंट और वाइस प्रेसीडेंट के कैंडीडेट्स को स्पीच देने का अवसर दिया गया। प्रेसीडेंट पद के लिए तीन में से महज एक कैंडीडेट निधि गंगवार ही पहुंची थी। बाकी दो कैंडीडेट्स सुरभि सैनी और नीतू अब्सेंट रहे। वाइस प्रेसीडेंट के दोनों कैंडीडेट्स प्रजेंट थे। वहीं बाकी पदों पर निर्विरोध कैंडीडेट्स होने के चलते वे श्रोताओं की भूमिका में थे। चुनाव अधिकारी डॉ। रेणू उपाध्याय ने बताया कि महामंत्री पद के लिए विमलेश देवी, पुस्तकालय पद के लिए एकता शर्मा और संकाय अध्यक्ष के लिए पूनम कुमारी का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है।

पानी, बिजली व साफ-सफाई का मुद्दा रहा हावी

क्वालीफाइंग स्पीच में बिजली, पीने का पानी और साफ-सफाई का मुद्दा हावी रहा। कैंडीडेट्स ने इन समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। स्टूडेंट्स ने पीने के पानी के लिए ग्राउंड और बाकी फ्लोर पर व्यवस्था करने की मांग की। कॉलेज में केवल एक हैंडपंप लगा हुआ है। वहीं कई वर्षो से बिल्डिंग का रंग-रोगन नहीं हुआ है। बिल्डिंग की हालत बहुत जर्जर है। कई वर्षो से मरम्मत कार्य भी नहीं हुआ है। वहीं स्टैंड और कैंटीन का मुद्दा भी उठा।

स्टूडेंट्स के लिए ड्रेस कोड होना चाहिए। इससे उनमें डिस्पि्लीन की भावना आएगी। वहीं पीने के पानी की व्यवस्था भी नहीं है। एक ही हैंडपंप के सहारे पूरा कॉलेज है।

- निधि गंगवार, कैंडीडेट प्रेसीडेंट

कॉलेज में कैंटीन नहीं है। स्टूडेंट्स को खाने-पीने के लिए बाहर जाना पड़ता है। वहीं पीने के पानी की व्यवस्था कॉलेज के हर फ्लोर पर होनी चाहिए। ताकि स्टूडेंट्स को बार-बार नीचे ना आना पड़े।

- सुरभि सैनी, कैंडीडेट, प्रेसीडेंट

बिजली की बहुत बड़ी समस्या है। लाइट रहती नहीं है और कॉलेज के पास जनरेटर की व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा कॉलेज में कैंटीन होना बहुत जरूरी है। ताकि हमें बाहर न जाना पड़े।

- ज्योति राव, कैंडीडेट, वाइस प्रेसीडेंट

कॉलेज की बिल्डिंग बहुत पुरानी है। उसकी कई वर्षो से मरम्मत नहीं की गई है। वहीं कई वर्षो से रंग-रोगन भी नहीं हुआ है। कॉलेज की अच्छी तरह सफाई होनी चाहिए।

-सुहाना बानो, कैंडीडेट, वाइस प्रेसीडेंट

कॉलेज में बहुत सारी समस्याएं हैं। सबसे पहले ड्रेस कोड लागू होना चाहिए। कॉलेज की सफाई एक बड़ा मुद्दा है। वहीं पार्किंग स्टैंड न होने के चलते ग‌र्ल्स की साइकिल सुरक्षित नहीं रहती।

- विमलेश देवी, कैंडीडेट, जनरल सेक्रेट्री

कॉलेज में अलग से लाइब्रेरी की व्यवस्था नहीं है। एक क्लास रूम में ही बुक्स रखी रहती हैं। रीडिंग रूम न होने के चलते ग‌र्ल्स एक साथ बैठकर नहीं पढ़ पातीं। वही बुक्स भी इश्यू नहीं होती।

- एकता शर्मा, कैंडीडेट, पुस्तकालय मंत्री

कॉलेज में गंदगी का अंबार है। उसकी अच्छी तरह सफाई होनी चाहिए। वहीं सभी स्टूडेंट्स को लाइब्रेरी से बुक्स मिलनी चाहिए। कैंटीन तो स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही जरूरी है।

- पुनम कुमारी, कैंडीडेट, संकाय अध्यक्ष

Posted By: Inextlive