- बिना मुहूर्त 29 नवम्बर को सामूहिक विवाह कराने की तैयारी में हैं अफसर

-गुरु अस्त होने के कारण नहीं बन रहा विवाह का मुहूर्त

-दस दिसम्बर से शुरू होगा विवाह का लग्न

Bareilly: गरीब हो या अमीर सभी मां-बाप का सपना होता है कि उनकी बेटी के हाथ पीले हों। कुछ हो या न हो विवाह शुभ लग्न और मुहूर्त में ही हो। ताकि, उनकी बेटी सदा सुखी रहे, लेकिन जिला प्रशासन बिना लग्न और मुहूर्त के गरीब परिवार के बेटियों की शादी 29 नवम्बर को करने जा रहा है। शादी के लिएतहसील और ब्लॉक स्तर पर रजिस्ट्रेशन भी कराया जा रहा है।

गुरु अस्त में नहीं बनते विवाह के मुहूर्त

गुरु अस्त होने के कारण विवाह का मुहूर्त नहीं बनता। बावजूद इसके प्रशासन ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 29 नवम्बर को फेरे कराने का निर्णय लिया है। 13 नवम्बर से 9 दिसम्बर तक गुरु अस्त रहेंगे। ऐसे में विवाह का लग्न न होने के कारण कई लोग प्रशासन के सामूहिक विवाह की बजाय सामाजिक संगठनों की ओर से कराए जाने वाले सामूहिक विवाह में रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।

अप्रैल से अब तक 57 की कराई है शादी

जिला प्रशासन की ओर से चालू वित्तीय वर्ष में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जनपद के 57 जोड़ों की शादी कराई गई है। इस वित्तीय वर्ष में कितने गरीब परिवार के लोगों को लाभ मिलेगा इसका आंकड़ा समाज कल्याण विभाग के पास भी नहीं है।

अब तक 18 जोड़ों का हुआ है रजिस्ट्रेशन

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की तारीख तो पहले से ही निर्धारित की जा चुकी है। इसके लिए प्रशासन के अलावा 14 संगठनों को भी इसमें जोड़कर गरीब परिवार के लड़के व लड़कियों का रजिस्ट्रेशन करने को कहा गया है। अब तक 18 जोड़ों के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।

बिना मुहूर्त शादी समारोह से बच रहे अभिभावक

प्रशासन की ओर से बिना मुहूर्त शादी कराने की तिथि घोषित होने से कई परिवार ऐसे हैं जो शादी समारोह से बच रहे हैं। जागीर नवाबगंज के विनोद कुमार, इंद्रपुरम के प्रेमपाल और सिकलापुर के दर्शन सिंह ने बताया कि बिना मुहूर्त शादी कराने से बेहतर है सामाजिक संगठनों की ओर से कराए जाने वाले सामूहिक विवाह में बेटी के हाथ पीले करूं।

वर्जन-

प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह की तारीख अभी 29 नवम्बर निर्धारित है। लग्न नहीं है तो इस पर उच्च अधिकारियों से चर्चा करके तारीख बदली जा सकती है।

अशोक दीक्षित, जिला समाज कल्याण अधिकारी

Posted By: Inextlive