गुजरात के जूनागढ़ जिले में भवनाथ मंदिर में रविवार की रात को महाशिवरात्रि के मेले के दौरान मची भगदड़ में कम से कम छह लोग मारे गए हैं और 20 अन्य घायल हुए हैं.

पुलिस के अनुसार मेले में एक चार पहिया वाहन के ब्रेक खराब हो जाने की खबर के बाद भगदड़ मच गई। भवनाथ मंदिर राजकोट से 150 किलोमीटर दूर है।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे की जाँच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए देने की घोषणा भी की है।

भवनाथ मंदिर भगवान शिव का मंदिर है और वहाँ लगे मेले में लाखों लोग एकत्रित हुए थे। मेला सोमवार को महाशिवरात्रि के साथ खत्म होना है।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने पुलिस के हवाले से कहा है कि मरने वालों में तीन महिलाएँ, दो बच्चे और एक पुरुष है। घायलों को पास के अस्पतालों में ले जाया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जाती है।

घायलों को ले जा रहे एंबुलेंस चालकों का कहना है कि मंदिर की ओर आ रही भीड़ की वजह से ट्रैफिक जाम है और उन्हें अस्पताल तक पहुँचने में बहुत परेशानी हुई।

भारत में धार्मिक आयोजनों के दौरान भगदड़ से पहले भी कई बार लोगों की मौतें हो चुकी हैं। पिछले साल जनवरी में केरल के सबरीमाला मंदिर में मची भगदड़ में सौ से अधिक लोग मारे गए थे और दो सौ से अधिक लोग घायल हुए थे।

इसके बाद नवंबर में हरिद्वार में गायत्री परिवार के एक कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 20 लोग मारे गए थे और 50 अन्य घायल हुए थे।

दिसंबर में मध्यप्रदेश के रतलाम में हुसैन टेकरी में एक धार्मिक आयोजन के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 10 लोगों की मौत हुई थी।

दिसंबर, 2009 में गुजरात के राजकोट ज़िले में स्थित धौराजी शहर के श्रीनाथजी मंदिर में रविवार को भगदड़ मच जाने से नौ लोगों की मौत हो गई थी।

Posted By: Inextlive