- भोला केसरवानी को इलाहाबाद के पहले सफल उद्यमी का गौरव प्राप्त

- बिजनेस के साथ-साथ किए सामाजिक धर्मार्थ के कार्य

- भोला केसरवानी को इलाहाबाद के पहले सफल उद्यमी का गौरव प्राप्त

- बिजनेस के साथ-साथ किए सामाजिक धर्मार्थ के कार्य

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: इलाहाबादी उद्योग के इतिहास में भोला केसरवानी का नाम हमेशा पहले नंबर पर आएगा। इस शख्सियत ने अपने लगन, हौसले और दूरदर्शिता से उद्योग जगत में अलग मुकाम बनाया। एक निर्धन किसान परिवार में पैदा हुए भोला केसरवानी ने निरंतर संघर्ष करते हुए अपने उत्पाद को देशभर में प्रसिद्धी दिलाई और सफलता हासिल की। भोला ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की नींव इन्होंने ही डाली थी, जिसकी शाखाएं आज देशभर में फैली हैं।

खुद की तंबाकू बनाकर बेचना ही बेहतर समझा

फूलपुर के बारवा गांव में वर्ष क्9ख्9 में निर्धन किसान गोवर्धन दास केसरवानी के यहां जन्मे भोला केसरवानी की प्रारंभिक शिक्षा बमुश्किल हुई। जीवन यापन करने के लिए कम उम्र में सहसों बाजार में एक किराना की दुकान खोली। यहां पर वाराणसी में तैयार तंबाकू-जर्दा लाकर वह बेचते थे। कुछ दिनो बाद उन्होंने सोचा, क्यों न खुद की बनाई तंबाकू-जर्दा बेची जाए।

असफल होने के बावजूद नहीं हारी हिम्मत

शुरुआत में उन्होंने खुद तंबाकू-जर्दा बनाकर बाजार में जाकर बेचा। उनका उत्पाद लोगों को पसंद नहीं आया। फिर भी भोला केसरवानी ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने पहले से कई गुना बेहतर तंबाकू तैयार की। इस बार उन्होंने लोगों को अपना तैयार किया हुआ माल वाराणसी का बताकर बेचा और उसका नाम उन्होंने चांदनी पत्ती बताया। उन्होंने देखा कि लोग उसे पसंद कर रहे हैं। उत्साह बढ़ने पर वह साइकिल से अपना माल सहसों, फूलपुर, मऊआइमा, इलाहाबाद सहित कई जगह बेचने जाते थे।

यहां से शुरू हुआ सफलता का सिलसिला

चांदनी पत्ती नाम से उनका ब्रांड प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर में हाथों हाथ बिकने लगा। धीरे-धीरे यह उत्पाद पूरे उत्तर प्रदेश में पसंद किया जाने लगा। भोला केसरवानी उत्पाद को केवल यूपी नहीं बल्कि पूरे देश में फैलाना चाहते थे। वह जानते थे कि मुंबई में ब्0 फीसदी यूपी के लोग बसे हैं। उन्होंने चांदनी पत्ती को वहां सप्लाई करना शुरू किया, कुछ दिनों में यह ब्रांड मुंबई का नंबर वन ब्रांड बन गया। क्97ख्-9फ् में जाफरानी पत्ती का चलन आया तो उन्होंने अपने नाम से भोला जाफरानी पत्ती को मार्केट में लांच कर दिया।

फैक्ट्री डालने में नहीं की देरी

चांदनी पत्ती और भोला जाफरानी की जबरदस्त डिमांड को देखते हुए उन्होंने मुंबई के भिवंडी थाना में खुद की फैक्ट्री डाल दी। इसके बाद उन्होंने गुजरात में भी अपने उत्पाद लांच किए। देखते ही देखते सूरत, अहमदाबाद, बलसाड़ आदि शहरों में भी उनका ब्रांड छा गया। इलाहाबाद के लाउदर रोड स्थित भोला हॉस्पिटल को उनके भतीजे डॉ। हरीश केसरवानी संचालित कर रहे हैं। डॉ। हरीश बताते हैं कि भोला केसरवानी हमेशा दूर की सोचते थे। सफल उद्यमी होने के साथ वह इलाहाबाद के मैक्सिमम टैक्सपेई थे। भोला केसरवानी की मृत्यु वर्ष क्998 में हुई थी। सहसों में भव्य रामजानकी मंदिर उन्होंने बनवाया था.उनकी मृत्यु के बाद स्मृति के तौर पर लाउदर रोड पर भोला हॉस्पिटल की स्थापना की गई। उनके योगदान को आगे बढ़ाते हुए उनके भाईयों ने भोला ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की स्थापना की।

Posted By: Inextlive