- अचानक गायब हुए कर्मी का कुछ पता नहीं चल पाता है

- सीनियर ऑफिसर्स की निगरानी में हुई जांच में चला पता

- स्पॉट विजिट के बाद भी कर्मी नहीं मिले थे

PATNA : निगम में भूत का खेल चल रहा है। वह भी जिंदा भूत, जिसे हाथ-पांव है। जो चलता है, बोलता है, सिग्नेचर करता है, लेकिन चल नहीं पाता। वो दिखाई नहीं देता है, लेकिन इस भूत की सारी करतूत को खुद निगम के ऑफिसर्स ने अपनी आंखों से देखा है। अपनी कानों से सुना है। यहीं नहीं जब वो उस भूत को पकड़ने के लिए उनकी तय स्थान पर पहुंचे तो भूत मिला लेकिन उसने अपना नाम बदल लिया। वो तो आसपास के लोगों ने उसे पहचान लिया और उस भूत की पोल खोल कर सीनियर ऑफिसर्स के सामने रख दी। खैर ऑफिसर्स ने भूत के इस खेल को अपने फाइलों में सजाकर लिख दिया और बता दिया कि किस तरह एक जिंदा भूत पर निगम हर माह लाखों रुपए खर्च कर रहा है। साठ हजार से अधिक ऐसे जिंदा भूत पर निगम पैसे खर्च कर रहा है, जबकि वैसे लोगों पर निगम यह पैसा खर्च करे जो स्पॉट पर दिखे तो निगम के कई काम अपने-आप आसान हो जाएंगे और उनके ऑफिसर्स को किसी की फटकार सुननी नहीं पड़ेगी, लेकिन ऐसा नहीं है।

आधे-आधे दर्जन का पता तक नहीं

एक माह पहले जांच के बाद दी गई रिपोर्ट में निगम के ऑफिसर्स एचएन कुशवाहा ने बताया कि जब सफाई कर्मी की जांच के लिए पहुंचे, तो एक दर्जन वार्ड में आधे से अधिक कर्मी गायब थे। जबकि उनकी हाजिरी बनी हुई थी। सेनेटरी इंसपेक्टर से जब पूछा गया, तो उन लोगों ने बताया कि सफाई कर्मी अपने कार्यो में जुटे हैं, लेकिन स्पॉट पर कोई नहीं था। जांच के दौरान लोकल पब्लिक ने बताया कि उसमें वह बीस दिनों से नहीं दिखे हैं, जबकि सफाई कर्मी लगातार वहां पर अपनी हाजिरी बना रहे थे। इस दौरान सेनेटरी इंसपेक्टर की मिली-भगत से सारा काम चल रहा था। जानकारी हो कि ऐसे भूत पर हर माह लाखों रुपए निगम के फंड से वार्ड की सफाई, छिड़काव, लेटेस्ट अपडेट न्यूज सहित लाइट की हालत की रिपोर्ट देने के लिए दी जाती है।

कार्रवाई करने का दिया आदेश

इस जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करने के लिए अरबन डेवलप डिपार्टमेंट की ओर से नगर निगम के पास लेटर भेजा गया है। जो-जो सफाई कर्मी या सेनेटरी इंसपेक्टर गायब हैं। उस पर फौरन कार्रवाई करें। इस सीरीज में सौ से अधिक निगम कर्मी शामिल हैं। फिलहाल जांच के आदेश के बाद भी कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। सोर्सेज की मानें तो अरबन डेवलप डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी संदीप पौंड्रिक के जाने की वजह से मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।

अंगूठा लगाकर तोड़ दिया

नगर निगम के कर्मियों पर नकेल कसने और उसकी टाइमिंग फिक्स करने के लिए हर वार्ड में निगम की ओर से बायोमेट्री मशीन लगाया गया था, जिसमें अंगुली लगाकर हाजिरी बनाकर अपनी ड्यूटी का इन और आउट टाइम बताना था, लेकिन निगम कर्मियों ने मिलकर तमाम वार्ड के वार्ड काउंसलर्स के घरों पर लगे बायोमेट्री मशीन को अंगुली लगाने के बदले अंगूठे लगाकर तोड़ दिया। नतीजा यह हुआ कि एक बार फिर से मैन्यूल सफाई कर्मी का अटेंडेंस बनता है। इसमें नीचे से ऊपर तक जमकर लूट मची है।

Posted By: Inextlive