-'धर्म और विज्ञान महामना की दृष्टि' विषयक सेमिनार में आध्यात्मिक गुरु श्री श्रीरविशंकर ने की धर्म और विज्ञान की व्याख्या

--BHU के इंटरनेशनल एलुमनी मीट के तहत किया गया था सेमिनार का आयोजन

VARANASI

भारत के धर्म और आध्यात्म की परंपरा बाहर के देशों में प्रचलित रिलीजन से बहुत अलग है। वहां रिलीजन का मतलब है कि धर्म में जो कहा गया है वही सत्य है उस पर आप प्रश्नचिन्ह नहीं लगा सकते हैं पर हमारे यहां धर्म पर प्रश्नचिन्ह लगा कर उसे स्वीकार करने की परंपरा हैं। ये बातें सोमवार को आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता आध्यात्मिक गुरु श्री श्रीरविशंकर ने बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में कहीं। वह बीएचयू के इंटरनेशनल एलुमनी मीट ख्9ख् के अंर्तगत आयोजित 'धर्म और विज्ञान महामना की दृष्टि' विषयक सेमिनार में बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रश्न पूछना विज्ञान है और हमारे भारतीय संस्कृति और परम्परा में प्रश्न और तर्को का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। भारतीय संस्कृति ने प्रत्येक विषयों को तर्क और प्रश्नों की कसौटी पर कसकर ही आत्मसात किया है। उन्होंने विज्ञान और धर्म को परिभाषित करते हुए कहा कि 'यह क्या है, यह विज्ञान है, मैं क्या हूं यह अध्यात्म है' उन्होंने धर्म और विज्ञान को एक दूसरे को पूरक बताया और कहा कि इसे अलग कर नहीं देखा जा सकता।

चरित्र के बिना ज्ञान खतरनाक

कार्यक्रम में बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर शामिल भारत सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर डॉ। आर चिदंबरम ने चरित्र और ज्ञान के परस्पर संबंधों पर प्रकाश डाला। कहा कि चरित्र के बिना ज्ञान खतरनाक होता है और इस यूनिवर्सिटी का ध्येय ज्ञान के साथ-साथ चरित्र निर्माण करना भी है। उन्होंने कहा कि मैं इस यूनिवर्सिटी का छात्र नहीं रहा हूं लेकिन तकरीबन ख्0 साल पहले मुझे यहां से मानद डाक्टरेट की उपाधि मिली है यह मुझे यहां का स्टूडेंट होने का गौरव प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि हम दुनिया के साथ बराबरी का रिश्ता कायम कर रहे हैं। हमें इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं है। हम अपने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सहेजते हुए ही भारत को एक महान राष्ट्र बना सकते हैं। अध्यक्षता बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने की। उन्होंने महामना के सपनों के अनुरूप अपने देश के विकास में धर्म, संस्कृति और विज्ञान की आवश्यकता बताई। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित विशिष्टजनों ने बीएचयू की नई डायरेक्टरी, स्मारिका व बीएचयू के एक्स स्टूडेंट्स द्वारा बीएचयू पर तैयार की गयी एक सीडी का विमोचन किया। इसके पूर्व श्रीश्री रविशंकर ने पौधा रोपा। संचालन प्रो। कविता शाह ने तथा स्वागत एलुमनी सेल की चेयरपर्सन प्रो। सुशीला सिंह व धन्यवाद आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी प्रो। एसबी अग्रवाल ने दिया।

Posted By: Inextlive