ये 'वैन' कम खर्च में माल ढोयेगी भरपूर
-आईआईटी बीएचयू के शताब्दी वर्ष समारोह के अवसर लगाया गया टेक्नोलॉजी का मेला
-मेले में आईआईटी स्टूडेंट्स ने प्रदर्शित किये हैं अपने मॉडल -डिस्पले वैन से 700 किलो माल ले जा सकते हैं एक से दूसरे स्थान पर VARANASIआज का दौर कम खर्च और अधिक काम का है। इसी को ध्यान में रखते हुए आईआईटी बीएचयू के स्टूडेंट्स ने एक खास वैन तैयार की है। आईआईटी बीएचयू के शताब्दी समारोह के अवसर पर लगाये गये टेक्नोलॉजी मेले में इस वैन को प्रदर्शित किया गया है। बैटरी से चलने वाली इस वैन के जरिये 700 किलो से अधिक का माल बड़ी आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। अलग अलग डिपार्टमेंट्स के 17 स्टूडेंट्स की टीम क्लीन इलेक्ट्रिक ने इस वैन को बनाया है। टीम के मेंबर आकाश गुप्ता व प्रवीण यादव ने बताया कि लीथियम आयन बैटरी इसमें लगायी गई है। जो ढाई घंटे की चार्जिग में लोड के साथ 120 किमी की दूरी तय करेगी। जो इतने लोड के साथ आज उपलब्ध किसी दूसरे ई वैन की तुलना में बहुत कम है। बताया कि इस कमर्शियल वैन को पूरी तरह से इंडस्ट्री यूज के लिए तैयार किया गया है। अभी इसमें और भी बहुत से डेवलपमेंट किये जा रहे हैं।
खाने से पहले पचाने का इंतजाम प्रदर्शनी में एक आटा चक्की आकर्षण का केन्द्र रही। खास यह था कि यह आटा चक्की मशीन खाना पचाने का भी इंतजाम कर रही थी। कोई भी व्यक्ति इस मशीन का पैडल मार कर एक घंटे में एक किलो आटा पीस सकता है। जिससे उसकी अच्छी खासी वर्जिश भी हो जायेगी। बैटरी के जरिये भी इस मशीन को संचालित किया जा सकता है। यहीं पर एक ऐसा टॉयलेट फ्लश का मॉडल भी दिखाया गया था जिसमें मात्र दो लीटर साफ पानी की जरूरत होती है। बाकी का पानी बिल्डिंग के वेस्ट वाटर से लिया जायेगा। प्रदर्शनी में आईआईटी बीएचयू के विभिन्न डिपार्टमेंट्स के स्टॉल लगाये गये थे। मोदी साइकिल भी थी खासइस प्रदर्शनी में एक खास साइकिल भी प्रदर्शित थी। बाबतपुर के आईटीआई स्टूडेंट किशन किंज ने इस साइकिल को बनाया है। इस साइकिल को कुछ ऐसा डिजाइन किया गया था जिससे कि कम ताकत में अधिक दूरी तय की जा सकती है। पीएम नरेन्द्र मोदी को प्रेरणा मानते हुए हुए उन्होंने इस साइकिल का नाम ही मोदी साइकिल रख दिया है। किशन ने बताया कि इस साइकिल को सोलर एनर्जी से भी चला सकते हैं।