-यूनिवर्सिटी को एनआईआरएफ सर्वे में देश के टॉप तीन यूनिवर्सिटीज में मिली तीसरी रैंक

-पांच पैरामीटर्स पर तय की जाती है रैंकिंग, पहले स्थान पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बैंगलोर

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VARANASI

महामना मदन मोहन मालवीय के सपनों का रूप काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को भारत सरकार के एचआरडी मिनिस्ट्री की ओर से कराये गये नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) सर्वे में देश के टॉप 100 यूनिवर्सिटीज में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. बीएचयू को लगातार तीसरे साल यह रैंक मिली है. वहीं ओवरआल कैटेगरी में बीएचयू एक पायदान नीचे फिसल गया है. पिछले साल बीएचयू नौवें स्थान पर था इस साल एक पायदान नीचे गिरकर 10वें स्थान पर पहुंच गया है.

पांच पैरामीटर्स पर होती है रैकिंग

मानव संसाधन विकास मंत्रालय हर साल अपनी एजेंसी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ ) के जरिये देश के तमाम एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स की गुणवत्ता को रैंक देता है. इसके लिए एनआईआरएफ अलग-अलग कैटेगरी और सम्मलित रूप से पांच पैरामीटर्स (टीचिंग, लर्निग, रिसोर्सेज, टीएलआर, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस आरपीसी, ग्रेजुएशन आउटकम जीओ, आउटरीच एंड इन्क्लूसिविटी ओआई व परसेप्शन) पर इंस्टीट्यूट्स की रैकिंग करता है और उन्हें घोषित करता है. 2016 में इसी एजेंसी ने बीएचयू को सातवां स्थान दिया था. 2017 में बीएचयू ने अपनी रैंक में सुधार किया और 2018 में इसे बरकरार रखा. 2019 में बीएचयू ने अपनी रैंक को फिर से सहेजते हुए तीसरा स्थान हासिल किया है. पहला स्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर व दूसरा स्थान जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली को मिला है.

आईआईटी बीएचयू को 11वां स्थान

एनआईआरएफ सर्वे में आईआईटी बीएचयू ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. देश के टॉप 100 इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट्स में आईआईटी बीएचयू को 11 स्थान मिला है. आईआईटी बीएचयू ने इस वर्ष अपनी रैकिंग में 8 पायदान का सुधार किया है. पिछले साल वह 19 वें रैंक पर था.

बीएचयू एक नजर

मेन कैंपस 1,360 एकड़ में

साउथ कैंपस 2,740 एकड़ में

इंस्टीट्यूट्स -5

फैकल्टीज- 16

डिपार्टमेंट-134

इंटरडिसिप्लीनरी स्कूल-2

रिसर्च सेंटर्स-15

स्टूडेंट्स-32,000

रिसर्च स्कॉलर्स- 4,000

टीचर्स- 1,920

महिला महाविद्यालय-1

एफिलिएिटेड कॉलेज-4

Posted By: Vivek Srivastava