देश में पहली बार हो रही ऐसी व्यवस्था : मैट्रिक और इंटर के एग्जाम कॉपी पर स्टूडेंट का नाम, रोल नंबर, रोल कोड और विषय कोड पहले से रहेगा प्रिंट

PATNA : बिहार बोर्ड नकल और टॉपर घोटाले के लिए पूरे देश में चर्चित है। लेकिन, अब इस बोर्ड को नए प्रयोगों के लिए जाना जाएगा। हर साल बोर्ड के अध्यक्ष शिक्षा जगत में ऐतिहासिक बदलाव करने में जुटे हुए हैं। वर्ष 2019 में कोई स्टूडेंट्स नकल न करे और मार्कशीट पर कोई गलती प्रिंट न हो इसके लिए शनिवार को फिर एक बड़ा बदलाव किया गया है। परीक्षार्थियों को कॉपी पर अब न तो नाम लिखना होगा न ही रोल नंबर और ना ही रोल कोड। यह सब कॉपी पर प्रिंटेड होगा। बिहार बोर्ड देश का पहला बोर्ड है जो ऐसा बदलाव कर रहा है। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र सेट, परीक्षा देने का माध्यम और दस्तखत करने होंगे।

11वीं में भी हुआ बदलाव

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 9वीं जैसे ही 11 वीं के स्टूडेंट्स को भी रजिस्ट्रेशन कराने का फैसला किया है। रजिस्ट्रेशन होने से फर्जीवाड़े की संभावना पर लगाम लगेगी। इस बार 27 नवंबर से 5 दिसंबर के बीच स्कूलों और इंटर कॉलेजों को रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी भेज दी जाएगी। 6 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन माध्यम से होगा।

3 दिसंबर को होगा मेधा दिवस

मैट्रिक और इंटर के टॉपरों के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 3 दिसंबर को मेधा दिवस का आयोजन किया जाएगा। जिसमें इंटर के तीनों संकाय के टॉपरों को क्रमश: 1 लाख, 75 हजार और 50 हजार रुपए सहित लैपटॉप दिए जाएंगे। वहीं, मैट्रिक के फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड टॉपर को क्रमश 1 लाख, 75 हजार और 50 हजार रुपए नकद दिए जाएंगे।

10 सेट में तैयार किया जाएगा प्रश्न पत्र

इंटरमीडिएट एवं मैट्रिक की परीक्षा में इस बार प्रश्न पत्र 10 सेट में तैयार किए जा रहे हैं। प्रश्न के ऊपर सेट संख्या को स्टूडेंट्स को कॉपी के ऊपर लिखना होगा। इस बार एडमिट कार्ड दो बार जारी किए जाएंगे। डमी एडमिट कार्ड 28 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच बोर्ड की बेवसाइट पर लोड कर दिए जाएंगे। जिसे कॉलेज और स्कूल प्रशासन एडमिट कार्ड की गलतियों को सुधार लेंगे।

Posted By: Inextlive