एक सरकारी शिविर में किस कदर लापरवाही बरती गई इसका उदाहरण तखतपुर के विकासखंड गांव पेंडारी स्थित अस्‍पताल में आयोजित एक शिविर में देखने को मिला. यहां एक अस्‍पताल में सरकारी नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था. खबर है कि शिविर में 50 से ज्‍यादा लोगों की तबियत बिगड़ गई. गंभीर रूप से पीड़‍ित 25 महिलाओं को उपचार के लिए जिला अस्‍पताल व सिम्‍स में भर्ती कराया गया है.

कहां और कौन कर रहा था इलाज
जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से परिवार नियोजन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिले के सभी विकासखंडों में महिला नसबंदी शिविर का आयोजन करवाया जा रहा है. इसी क्रम में पिछले शनिवार को तखतपुर के ग्राम पेंडारी स्थित नेमीचंद जैन कैंसर हॉस्पिटल में नसबंदी शिविर आयोजित करवाया  गया था. शिविर के लिए जिला अस्पताल के लेप्रोस्कोप सर्जन डॉ. आरके गुप्ता व उनके एक प्रशिक्षु साथी शिविर में ऑपरेशन करने के लिए पहुंचे थे.
नहीं रुकी उल्टियां
तखतपुर विकासखंड के आसपास क्षेत्र के 40 गांवों की 83 महिलाओं को सुबह 10 बजे से ही ऑपरेशन के लिए यहां बुला लिया गया था. ऑपरेशन के दो घंटे बीतने के बाद सभी महिलाओं को दवाइयां देकर लौटा दिया गया. शनिवार शाम को अचानक महिलाओं को उल्टी, बुखार और दर्द की शिकायत होने लगी. ऐसे में कई महिलाएं गांव के ही चिकित्सक के पास उपचार के लिए पहुंचीं, लेकिन उल्टियां नहीं रुक रही थीं.
जब ज्यादा बिगड़ी तबियत
देखते ही देखते बिटकुली निवासी जानकी बाई पति विद्यासागर (26) की तबीयत कुछ ज्यादा ही बिगड़ गई. इसकी जानकारी होने पर तखतपुर विकासखंड के चिकित्सा अधिकारियों ने उसे सोमवार की सुबह नवीन जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया. यहां उपचार के दौरान चिकित्सकों के काफी प्रयास के बाद भी उसकी मौत हो गई. देर शाम अमसेना निवासी रेखा निर्मलकर और घुरू निवासी नेम बाई की भी सांसें थम गईं. इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डोंगरी निवासी दिप्ती बाई की भी उपचार के दौरान मौत हो गई. मौतों की खबर मिलते ही स्वास्थ्य महकमे में अचानक हड़कंप मच गया. आनन-फानन में 108, निजी वाहनों के माध्यम से सकरी, भरनी, देवरीडीह, अमसेना, गनियारी, चिचिरदा समेत आसपास गांवों की 25 महिलाओं को उपचार के लिए नवीन जिला अस्पताल के लिए रवाना किया गया. यहां से गंभीर रूप से पीड़ित 4 महिलाओं को सिम्स के लिए रिफर कर दिया गया है.
सीएमओ ने दिए जांच के आदेश
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएमओ डॉ. आरके भांगे ने कहा कि नसबंदी के बाद चार महिलाओं की मौत हुई है. इसके साथ ही कुछ लोग बीमार भी हुए हैं. उनके इलाज की पूरी व्यवस्था नवीन जिला अस्पताल और सिम्स में कराई गई है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच भी वरिष्ठ चिकित्सकों से करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि फिलहाल महिलाओं के बीमार होने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है. चांज के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.

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Posted By: Ruchi D Sharma