व्‍हार्टन इंडिया इकोनॉमिक फोरम ने अपने प्रोग्राम में मोदी की स्‍पीच कैंसिल की तो इसके बाद खुद उसकी मुश्‍िकलें बढ़ने लगी हैं. इस प्रोग्राम में शिरकत करने वाले अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी और शिवसेना के सुरेश प्रभु ने भी वहां न जाने का डिसीजन लिया है.


अमेरिका की फिलाडेल्फिया सिटी में 23 मार्च को होने वाले फेमस व्हार्टन इंडिया इकोनॉमिक फोरम में चीफ स्पीकर के रूप में गुजरात के चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया गया है. व्हार्टन के प्रोफेसर्स और स्टूडेंट्स के एक गुट ने मोदी के यहां आने को लेकर प्रोटेस्ट किया था. जिसके बाद मोदी की स्पीच का प्रोग्राम कैंसिल करने का एलान किया गया.  अदानी और प्रभु भी नहीं जाएंगे


वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गुजरात के चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी की स्पीच कैंसिल होने के बाद वार्टन इंडिया इकनॉमिक फोरम का यह प्रोग्राम विवादों में पड़ता दिख रहा हे. वार्टन इंडिया इकनॉमिक फोरम के मुख्य स्पॉन्सरों में से एक अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी ने भी इस प्रोग्राम में नहीं जाने का डिसीजन लिया है. अदानी के अलावा शिवसेना नेता सुरेश प्रभु ने भी इकनॉमिक फोरम में नहीं जाने का डिसीजन लिया है. वार्टन इंडिया इकनॉमिक फोरम के सदस्य सुरेश प्रभु ने यह कहते हुए अपना टूर कैंसिल किया कि मोदी की प्रोग्राम कैंसिल करना देश का अपमान है. यूं किया मोदी का विरोध

व्हार्टन के प्रोफेसर्स और स्टूडेंट्स ने क़डे शब्दों में मोदी के विरोध में लेटर लिखा है. जिसमें कहा गया है कि यह वही चीफ मिनिस्टर हैं, जिसे अमेरिका ने 18 मार्च 2005 को वीजा देने से इंकार कर दिया था और इसका कारण बताया गया था कि उन्होंने मुस्लिमों के अगेंस्ट दंगों को रोकने के लिए कारगर उपाय नहीं किए थे. प्लानिंग कमीशन के डिप्टी डायरेक्टर मोंटेक सिंह अहलूवालिया फोरम में 23 मार्च को अपनी स्पीप देंगे.

Posted By: Garima Shukla