डीजे आई नेक्स्ट के फोन पर आर्ट कॉलेज पहुंची पशुपालन विभाग की टीम

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क्कन्ञ्जहृन् : जू के बाहर पहली बार ओपन एरिया में दो बर्ड के मरने की खबर से पटना पर बर्ड फ्लू का खतरा और गहरा गया है। रविवार को आर्ट कॉलेज कैंपस में यह मामला सामने आया। मरने वालों में एक कौआ तो दूसरा क्रोफीजेंट (महोख) है। सनसनीखेज मामला यह है कि इसी कैंपस में एक कुत्ते की भी मौत हो गई है। कुत्ते के मरने की वजह बर्ड को खाया जाना बताया जा रहा है। जिसे बर्ड फ्लू के डर से कॉलेज के स्टूडेंट्स ने कैंपस में दफना दिया। दो बर्ड का मामला जोड़कर अब तक कुल 10 बर्ड की मौत पटना में हो चुकी है। इससे पहले पांच मोर सहित अन्य बर्ड की मौत जू में हो चुकी है।

ऐसे सामने आया मामला

गत शनिवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के फोटोग्राफर ने आर्ट कॉलेज में एक कुत्ते को बर्ड खाते हुए देखा था। अगले दिन रविवार को जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम उस कुत्ते की खोज में गई तो वह कैंपस में मर चुका था। कॉलेज के स्टूडेंट्स ने उसे कैंपस में ही दफना दिया था। इसके अलावा कैंपस में ही दो और बर्ड मरी हुई पायी गई। इसके बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने पशुपालन विभाग को सूचना दी। पशुपालन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों बर्ड को कब्जे में लेकर उसका सैंपल रख लिया है। पशुपालन विभाग की रीजनल डायरेक्टर डॉ अलका शरण ने बताया कि सैंपल को जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा जाएगा। सोमवार को आर्ट कॉलेज के एक किलोमीटर के दायरे में पॉल्ट्री फार्म के बर्ड के सैंपल लिए जाएंगे।

जहर फैलने से मौत होने की आशंका

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इंडियन बर्ड कंजर्वेशन नेटवर्क के स्टेट को-आर्डिनेटर अरविंद कुमार से बात की। उन्होंने कहा कि कुत्ते की मौत का कारण उसके शरीर में जहर का फैलना हो सकता है। बर्ड में एक बार संक्रमण होने के बाद उसके शरीर का हिस्सा कुत्ते के शरीर में गया और उसमें इसके अंश होने के कारण मौत होने की संभावना बनती है। हालांकि, इसका सच जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकता है।

इन बातों का रखें ध्यान

कहीं बर्ड मृत या बीमार हो तो अलर्ट रहें।

मृत बर्ड को नंगे हाथों से न छुए और न ही किसी ऐसा करने दें।

बर्ड के पीने के पानी का बर्तन साफ रखें।

मृत बर्ड को चूना और ब्लीचिंग में लपेटकर दफना दें।

Posted By: Inextlive