छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : ठेकेदार रामसकल यादव की हत्या मामले में फरार चल रहे बागबेड़ा कालोनी निवासी याराना बस के मालिक उपेंद्र सिंह के घर पर बिष्टुपुर थाने की पुलिस सोमवार की शाम को न्यायालय द्वारा जारी फरारी का इश्तेहार लेकर पहुंची। विधिवत रुप इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने फरारी इश्तेहार को उपेंद्र सिंह की पत्‍‌नी सुमित्रा देवी को दो गवाहों के सामने सौंपा। इश्तेहार को पढ़कर सुनाया। पत्‍‌नी से हस्ताक्षर लिया। कहा कि मंगलवार की सुबह छह बजे के बाद पुलिस कभी भी घर की कुर्की जब्ती कार्रवाई कर सकती है। पत्‍‌नी पुलिस पदाधिकारी के सामने गिड़गिड़ाते रही कि समय दे। पति कहां है और क्या मामला है उन सब को नहीं मालूम। कुर्की जब्ती मामले में थोड़ा वक्त दिया जाय। इंस्पेक्टर ने कहा कि न्यायालय से इश्तेहार जारी है वे मामले में कुछ नहीं कर सकते। पति को उपस्थित कराएं।

लोगों की लगी थी भीड़

जिस समय पर घर पर इश्तेहार पत्‍‌नी को दिया जा रहा था, उस दौरान वहां स्थानीय लोगों की काफी भीड़ एकत्र हो गई थी। उपेंद्र सिंह की मां, बेटी और परिवार के सदस्य घर पर थे। हत्या के अनुसंधान पदाधिकारी बिष्टुपुर इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह ने उपेंद्र सिंह का पहले गिरफ्तारी वारंट न्यायालय से हासिल किया था। इसके बाद फरारी का इश्तेहार लिया।

एक अगस्त को हुई थी हत्या

बीते एक अगस्त को बागबेड़ा कालोनी रोड नंबर चार के निवासी रामसकल यादव की जुबिली पार्क गेट संख्या दो के पास अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक की पत्‍‌नी रंजू देवी की शिकायत पर तपाडि़या कंस्ट्रक्शन के मालिक विक्की तपाडि़या, संदीप तपाडि़या और मुन्ना तपाडि़या के खिलाफ हत्या में शामिल होने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच में पाया कि हत्या में उपेंद्र सिंह की संलिप्तता थी। उसके इशारे पर ही पटना के अपराधी मनोज सिंह, उसके पुत्र मनी उर्फ बबुआ, रोहित सिंह और अभिषेक सिंह समेत अन्य ने ठेकेदार की हत्या की है। हत्या में प्रयुक्त हथियार के साथ उपेंद्र सिंह के निजी चालक नितेश तिवारी, आदित्यपुर निवासी मुनमुन सिंह, पंकज शर्मा और अविनाश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

Posted By: Inextlive