संगठन को सिखाया सबक सिखाने का मंत्र
- भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कार्यकर्ताओं को लगी क्लास
-नरेंद्र नगर और देवप्रयाग विधानसभा को मिलाकर पार्टी संगठन का 23वां जिला बना देवप्रयाग DEHRADUN: भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कार्यकर्ताओं को डिफेंस मोड में आने के गुर सिखाए गए। बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने और अपनी सरकार के क्00 दिन के कार्यो को जनता तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं की क्लास भी ली। साथ ही आने वाले निकाय चुनावों की तैयारी में जुटने को भी कहा गया है। इसके अलावा नरेंद्र नगर और देवप्रयाग विधानसभा को मिला कर जिला देवप्रयाग को पार्टी संगठन का ख्फ्वां जिला बनाया गया है। नगर निगम परिसीमन अध्ययन समिति का गठनदेहरादून के हरिद्वार रोड स्थित बैंक्विट हॉल में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई। प्रेस वार्ता कर प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि टिहरी जिले की नरेंद्र नगर और देवप्रयाग विधानसभा को मिला कर जिला देवप्रयाग बनाया गया है और यह पार्टी संगठन का ख्फ्वां जिला होगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि नगर निगम परिसीमन होना चाहिए या नहीं इसके लिए नगर निगम परिसीमन अध्ययन समिति बनाई गई है। जिसके संयोजक प्रदेश महामंत्री खजान दास होंगे। जिसमें अन्य सदस्य भी होंगे। साथ ही बीजेपी ने मतदाता मॉनिटरिंग कमेटी का भी गठन किया गया है। अजय भट्ट ने कहा कि भाजपा की सफलता से विपक्ष बौखलाया हुआ है। सरकार जितनी तेजी के साथ काम कर रही है इससे कांग्रेस को अपनी कमी का अहसास हो गया है। भट्ट ने कहा कि आने वाले निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की तैयारी के लिए बीजेपी तैयार है। उन्होंने कहा कि हालांकि लोक सभा चुनाव अभी दूर है, लेकिन रास्ता यहीं से निकलता है। विभागों के एकीकरण पर भट्ट ने कहा कि इसका फैसला जनहित के मद्देनज़र लिया जाएगा। प्रदेश कार्यसमिति के बैठक का शुभारंभ राष्ट्रीय संगठन मंत्री राम लाल ने किया। इस मौके पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा के अलावा प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू आदि मौजूद रहे।
उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद बंट सकते हैं दायित्वअगले माह होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद भाजपा संगठन व प्रदेश सरकार विभिन्न आयोग व समितियों में रिक्त पदों पर दर्जाधारियों की तैनाती कर सकती है। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने इसको लेकर संकेत भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि दायित्वधारियों के चयन में संगठन व सरकार मिलकर निर्णय लेंगे। वहीं, कैबिनेट में रिक्त दो मंत्री पद भरना मुख्यमंत्री के विशेषाधिकार में रहेगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे।