रियल एस्टेट की ब्लैक लिस्ट
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मोहित शर्मा - एमडीए की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड होगी अवैध निर्माणों की लिस्ट - कमिश्नर ने वीसी को दिए आदेश अवैध निर्माणों के नाम जगजाहिर करे एमडीए - अवैध निर्माणकर्ताओं पर कसेगा शिकंजा, डिजिटल तरीके से दिया जाएगा जवाब Meerut। आकर्षक बुकलेट व ब्रॉशर दिखा भोले-भाले लोगों को ठगने वाले बिल्डर्स को अब एमडीए आईना दिखाएगा। अब एमडीए शहर में चिह्नित किए गए अवैध निर्माणों की सूची अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड करने जा रहा है। कमिश्नर आलोक सिन्हा ने एमडीए वीसी योगेन्द्र यादव को ऐसे सभी निर्माणों के नाम सार्वजनिक करने के आदेश दिए हैं। क्या है मामलाशहर के गली-मोहल्लों में कुकरमुत्तों की तरह खड़े हो गए अवैध निर्माणों के नाम अब सार्वजनिक किए जाएंगे। कमिश्नर ने एमडीए वीसी को शहर में चिह्नित अवैध निर्माणों को जगजाहिर करने के आदेश दिए हैं। जिसके अनुसार अब अवैध निर्माणों की सूची एमडीए की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। वीसी योगेन्द्र यादव ने प्रवर्तन जोन के चारों जोनल अफसरों की बैठक बुलाकर अवैध निर्माणों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
543 अवैध कॉलोनियां चिह्नितशहर में इस समय पांच सौ से अधिक अवैध कॉलोनियां हैं। सूत्रों के अनुसार इन कॉलोनियों की संख्या 543 के आसपास है। जबकि एमडीए की रिकॉर्ड में 2008 तक चिह्नित की गई अवैध कॉलोनियों की कुल संख्या 147 थी।
4,540 ध्वस्तीकरण आदेश लंबित सबसे अधिक अवैध निर्माण एमडीए के अफसरों की सरपरस्ती में ही किए जा रहे हैं। प्राधिकरण कागजी लीपापोती कर अवैध निर्माण के गोरखधंधे को खूब सींच रहा है। इसका जीता जागता प्रमाण यह है कि अकेले प्राधिकरण में ही 4,540 अवैध इमारतों के ध्वस्तीकरण आदेश सालों से धूल फांक रहे हैं। इनसेट 66 हजार पन्नों में दर्ज अवैध निर्माण शहर में अवैध निर्माणों की क्या स्थिति है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एमडीए में अवैध निर्माणों का रिकॉर्ड एक नहीं बल्कि 66 हजार पन्नों में दर्ज हैं। यह खुलासा खुद एमडीए ने एक आरटीआई के जवाब में किया। एमडीए ने स्पष्ट कहा कि अवैध निर्माणों का लेखाजोखा 66 हजार पन्नों में दर्ज है। हो जाएं सावधान कुछ नामचीन व प्रतिष्ठित कॉलोनाइजर्स व डेवलपर्स के प्रोजेक्ट को छोड़कर शहर में कोई भी प्लॉट व मकान लेने से पूर्व उसकी ठीक से तस्दीक कर लें। ताकि किसी फ्रॉड का शिकार न हो। ऐसे में प्रॉपर्टी लेने से पूर्व खरीदार एमडीए की साइट पर जाकर अवैध व वैध निर्माणों और प्रोजेक्ट्स खंगाल सकता है। वर्जनसभी अवैध निर्माणों की नाम सहित सूची को वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। इससे लोगों को एमडीए स्वीकृत व अवैध निर्माणों की ठीक से जानकारी हो सकेगी। इसका लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा।
-शबीह हैदर, चीफ इंजीनियर एमडीए