RANCHI: सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में 42 वर्षीया महिला के आत्मदाह का आरोपी मुकेश प्रजापति रांची से बाहर भाग गया है। यह कोई और नहीं, बल्कि सुखदेवनगर पुलिस ही कह रही है। गुरुवार को हिरासत में लिए गए मुकेश प्रजापति के भाई रौशन प्रजापति व अन्य से पूछताछ की गई, लेकिन रात दस बजे उन दोनों को छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि उसके भाई पर कोई चार्ज नहीं बनता, इसलिए उसे अपने भाई मुकेश प्रजापति को जल्द से जल्द हाजिर करने का दबाव देकर छोड़ा गया है। इधर, पुलिस ने कल्पना के बेटे विकास उर्फ विक्की से कहा है कि जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे, लेकिन कब तक पकड़े जाएंगे, यह कोई नहीं बता पा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि अनुसंधानकर्ता आखिर मुकेश प्रजापति के मामले में इनवेस्टिगेशन और गिरफ्तारी में विलंब क्यों कर रहे हैं?

कल्पना के गुनहगार की गिरफ्तारी नहीं होने से परिजन परेशान

कल्पना के कातिल की गिरफ्तारी नहीं होने से उसके परिजनों में निराशा का भाव साफ झलक रहा है। बेटे विकास उर्फ विक्की का कहना है कि चूंकि वे लोग गरीब हैं, इसलिए उनकी बातों को तरजीह नहीं दी जा रही है। पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन वह भी सुस्त चाल से। ऐसे में उसके मां का कातिल पकड़ा जाएगा या नहीं, इस पर भी संदेह है।

सीएम का जनता दरबार, पीडि़त परिवार मांगेगा इंसाफ

शनिवार को बीजेपी ऑफिस में लगने वाले जनता दरबार में विकास उर्फ विक्की सीएम रघुवर दास से मिलेगा। रघुवर दास से मिलकर वह अपनी बातों को रखेगा। विकास के साथ उसकी नि:शक्त बहन और अन्य फैमिली मेंबर्स भी होंगे।

यह था मामला

कल्पना एक मकान में अपने बेटे, अपाहिज बेटी और पति के साथ रहती थी। वह पापड़ बेचने का काम करती थी। पांच साल पहले वह पापड़ सुखाने के लिए लॉज की छत पर गई थी। उसी क्रम में मुकेश प्रजापति ने मोबाइल से महिला का एमएमएस बना लिया था। कुछ दिनों तक वह चुप रहा, लेकिन उसके बाद उसने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। पहले तो महिला लोक- लाज के डर से चुप रही। लेकिन बार-बार ब्लैकमेलिंग करने पर महिला ने अपने ही घर में शरीर पर केरोसिन छिड़क कर आग लगा ली। इसकी भनक जैसे ही परिजनों को मिली, उनलोगों ने आत्महत्या का कारण पूछा। बुरी तरह आग से झुलसी कल्पना ने रिम्स में दम तोड़ते हुए बताया कि पांच सालों से मुकेश प्रजापति उसे ब्लैकमेल कर रहा था। वह उसी के कारण मानसिक तनाव थी, इसलिए वह आत्महत्या कर रही है।

Posted By: Inextlive