- सिटी के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक में ब्लड की क्वालिटी होगी और भी बेहतर

- पेशेंट्स को पहले से जल्दी मिलेगा ब्लड, ब्लड बैंक में आई फुली ऑटोमेटिक एलाइजा टेस्ट मशीन

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KANPUR: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक में मिलने वाला ब्लड अब पहले से ज्यादा 'सेफ' होगा. इसके अलावा ब्लड लेने में लगने वाला टाइम भी पहले से कम हो जाएगा. सिटी के इस सबसे बड़े ब्लड बैंक में अभी ब्लड लेने के लिए सामान्य तौर पर कम से कम क् से ख् घंटे का वक्त लगता है. कई बार इसको लेकर तीमारदार शिकायतें भी करते हैं, लेकिन अब ब्लड बैंक में इस प्रोसेस को पहले से तेज और ज्यादा सुरक्षित करने के लिए नई फुली आटोमैटिक मशीन आ गई है. इससे पेशेंट को दिया जाने वाला ब्लड पहले से ज्यादा सेफ हो जाएगा. क्योंकि अगर उसमें कोई कमी है तो टेस्टिंग के वक्त ही पता चल जाएगी.

फुल आटोमेटिक एलाइजा मशीन

मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक पेशेंट के ब्लड से क्रास मैच कराने के बाद ही उस पेशेंट के लिए ब्लड देता है. इस प्रोसेस में एक से दो घंटे का वक्त लगता है. इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि जो ब्लड पेशेंट को दिया जा रहा है वह उसके लिए पूरी तरह से सुरक्षित है. इसके अलावा जो ब्लड डोनर से लिया जाता है. वह भी कितना सुरक्षित है इसे चेक करने के लिए पहले सेमी आटोमेटिक मशीन से ब्लड की जांच की जाती थी, लेकिन अब ब्लड बैंक में फुल ऑटोमैटिक एलाइजा मशीन आ गई है. इससे ब्लड में किसी तरह की खराबी या गड़बड़ी का फौरन पता लग जाएगा. ब्लड बैंक की प्रभारी डॉ. लुबना खान के मुताबिक इस मशीन से ब्लड की एक्युरेसी भी बढ़ेगी.

ब्लड बैंक फैक्ट फाइल-

- रोजाना 80 से क्00 ब्लड बैगों की सप्लाई सिटी मे

- गर्मियों के सीजन में ब्0 से भ्0 प्लेटलेट्स की सप्लाई

- साल भर में क्भ् हजार से ज्यादा ब्लड बैगों की सप्लाई

- शहर के सभी ब्लड बैंकों में से सबसे ज्यादा लोड

- मेडिकल कालेज को सबसे ज्यादा यूजर चार्ज देने वाला विभाग

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वर्जन-

नई फुल आटोमैटिक एलाइजा मशीन आई है. पहले सेमी आटोमैटिक मशीन से जांच होती थी. इस मशीन के आने से ब्लड की एक्युरेसी बढ़ेगी. जिससे पेशेंट को ज्यादा सुरक्षित ब्लड मिल सकेगा.

- डॉ. लुबना खान, प्रभारी, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक

Posted By: Manoj Khare