गुलाबी गोली से बढ़ाएंगे बच्चों में खून
-नीली व गुलाबी गोली किशोर-किशोरियों में रोकेगी खून की कमी
-पांच से 19 साल तक के सभी किशोर-किशोरियों को दी जाएगी गोली अगर आपके बच्चे में खून की कमी है या वो अनेमिया का शिकार है, जिससे उसका विकास रूक गया है तो उसकी यह समस्या बहुत जल्द खत्म हो जाएगी। क्योंकि अब इनके शरीर में होने वाली खून की कमी को दूर करेगी नीली और गुलाबी गोली। स्वास्थ्य विभाग बच्चों और किशोर-किशोरियों में खून की कमी को दूर करने के लिए वीकली आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। जिसके तहत स्कूल जाने वाले सभी बच्चों को सप्ताह में एक दिन नीली और गुलाबी गोली की खुराक दी जाएगी। ताकि इन बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास प्रॉपर हो सके। ये बना है प्लानवीकली आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम के तहत स्कूल जाने वाले सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल में 10 से 19 साल तक के सभी किशोर-किशोरियों को स्कूल में तथा स्कूल न जाने वालो को आंगनबाड़ी केन्द्र पर आयरन की नीली गोली दी जाएगी।
क्या आती है समस्यास्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो प्रदेश में 6 माह से 5 साल तक के 63.2 फीसदी बच्चों में खून की कमी है। जबकि 15 से 19 साल तक के 53.7 फीसदी किशोरियां खून की कमी एवं 29.2 फीसदी किशोर एनीमिया से पीडि़त हैं। जिससे उनके शरीर का पूरा विकास नहीं हो पाता।
सीएमओ डॉ। वीबी सिंह ने बताया कि छ: माह से 15 साल तक के सभी बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को प्रत्येक सोमवार गोली दी जाएगी। इसके अलावा छ: माह से पांच साल के बच्चों को सप्ताह में दो बार सोमवार और गुरूवार को आयरन का सीरप पिलाने से काफी हद तक आयरन की कमी दूर किया जा सकता है। दिया गया प्रशिक्षण आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम के तहत सभी ब्लॉक के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्त्रम (आरबीएसके) के चिकित्सक, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम), ब्लॉक से शिक्षा विभाग के सदस्य एवं ब्लॉक आईडीसीएस सुपरवाइजर को एसीएमओ एवं आरबीएसके के नोडल अधिकारी का प्रशिक्षण दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सभी विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा। डिपार्टमेंट स्कूली बच्चों में बढ़ते खून की कमी को रोकने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत कर रहा है। इसके लिए संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों व चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया है। डॉ। एके गुप्ता, नोडल अधिकारी, आरबीएसके