भारत के सबसे अमीर नगरीय निकाय बृहन्मुंबई महानगर पालिका के चुनावों के रुझानों को देख कर समझ आता है की शिवसेना भाजपा गठबंधन बहुमत से भले दूर हो लेकिन वो एक बार फिर सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभर रहे हैं.

शुक्रवार को मुंबई की 227 सीटों में से जिन 214 के रुझान सामने आए हैं उनमे से 102 सीटों पर शिवसेना-भाजपा, 61 पर कॉंग्रेस और एनसीपी, 26 सीटों पर एमएनएस और 24 सीटों पर अन्य आगे हैं। एक सीट पर शिव सेना भाजपा के साथी रिपब्लिकन को विजय मिली है। मुंबई महानगर पालिका में सत्ता के लिए 114 सीटों की ज़रुरत होगी।

शुरुवाती रुझानों को देख कर लग रहा थी की शिव सेना से टूट कर अलग हुए राज ठाकरे शिव सेना से सौदेबाजी करने की हालत में आ गए हैं। लेकिन जैसे जैसे मत पेटियां खुलती गईं वैसे ही यह महसूस होने लगा की शिव सेना भारतीय जनता पार्टी निर्दलियों या छोटे दलों के साथ मिल अपना महापौर बनाने में कामयाब हो सकते हैं।

मुंबई की बृहन्मुंबई महानगर पालिका में कई साल से शिवसेना का दबदबा रहा है और वही पूरी प्रदेश में उसकी ताकत का सबसे बड़ा कारण भी माना जाता है। मुंबई में 227 स्थानों के लिए 2232 प्रत्याशी अपना भाग्य अजमा रहे थे।

अन्य चुनाव

मुंबई के अलावा महाराष्ट्र के पुणे, ठाणे , उल्हासनगर, पिंपरी चिंचवाड़, सोलापुर, नाशिक, अकोला, अमरावती और नागपुर में भी नगरीय निकायों के चुनाव हो रहे हैं। इन सभी चुनावों में सबसे महत्वपूर्ण मुंबई के चुनावों को माना जाता है क्योंकि अपने राजस्व व सदस्य आकार में वह सबसे बड़ा है।

दूसरी तरफ ठाणे से भी शिव सेना के लिए कोई बहुत अच्छी खबरें सामने नहीं आ रही हैं। शिव सेना की मज़बूत पकड़ वाले इस नगरीय निकाय में एनसीपी णे तगड़ी बढ़त दर्ज की है। रुझानों के मुताबिक यहां शिवसेना 25, भाजपा-3, एनसीपी-24, एमएनएस-9 और कांग्रेस 13 सीटों पर आगे चल रही है। ठाणे नगर निगम में 130 सीटें हैं।

पुणे में एनसीपी,भाजपा और कांग्रेस 3-3 सीटें जीत चुकी हैं। शिवसेना की झोली में दों सीटें गई हैं। पुणे में एनसीपी को धक्का लगा है। पुणे में शहर के पूर्व महापौर जो की एनसीपी से थे उनके चुनाव हारने की खबर आ रही है।

बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के गृह नगर नागपुर में भाजपा अच्छा प्रदर्शन करती दिख रही है। अब तक 13 सीटों के रुझान मिले हैं, जिनमें से 9 पर भाजपा और 2 पर कांग्रेस आगे है।

Posted By: Inextlive