- यूपी बोर्ड एग्जाम के दौरान कंट्रोल रूम में आई 250 शिकायतें

- सबसे कम शिकायतें इस बार पेरेंट्स की रहीं

बरेली -

यूपी बोर्ड एग्जाम के दौरान कंट्रोल रुम में शिकायतों का भंडार हो गया। छ: फरवरी से लेकर 1 मार्च तक कंट्रोल रूम में करीब 250 शिकायतें आ चुकी है। जिसमें से करीब 70 परसेंट शिकायतें कक्ष निरीक्षकों के उपलब्ध नहीं होने की ही थी। जिसे कंट्रोल रूम से सॉल्व कर दिया गया। इसके अलावा नकल की फर्जी शिकायतों ने अफसरों को खूब छकाया। जांच में कहीं भी नकल होने की पुष्टिी नहीं हई। इसके अलावा पूरे एग्जाम के दौरान पेरेंट्स की सिर्फ दो-तीन कंप्लेंट ही आईं, जिन्हे सबसे पहले संज्ञान में लेकर समाधान किया गया।

30 परसेंट फर्जी शिकायत

एग्जाम कंट्रोलर अवनीश यादव ने बताया कि करीब 30 परसेंट शिकायत ऐसी थीं जो बिल्कुल निराधार निकली। दरअसल कई देहात सेंटर्स की शिकायत आई थी कि उन सेंटर्स पर नकल की तैयारी चल रही है। या फिर किसी सेंटर पर कॉपियां चेंज करने का खेल चल रहा है। शिकायतों पर टीम पहुंची तो ऐसा कुछ नहीं मिला। डीआईओएस और जेडी ने उन शिकायतों पर खुद संज्ञान लिया था, लेकिन शिकायतें निराधार निकलीं।

हाथ टूटा तो मिला राइटर

एग्जाम कंट्रोलर अवनीश यादव ने बताया कि रिछा के राजकीय इंटर कॉलेज के छात्र मोहित कुमार का एग्जाम के दौरान एक्सीडेंट में हाथ फ्रेक्चर हो गया। उसके परिजनों ने कंट्रोल रूम में जानकारी देते हुए मदद मांगी। इसके बाद उसे एग्जाम के दौरान क्लास 9 का एक स्टूडेंट कॉपी लिखने के लिए राइटर के रूप में दिया गया।

Posted By: Inextlive