RANCHI _ लोकसभा चुनाव को लेकर इंटरस्टेट सीमाओं को सील कर दिया गया है. सीमावर्ती जिलों में पुलिस चेकपोस्ट बनाए जा रहे हैं, जहां 24 घंटे पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा. इस क्रम में जमीन के साथ-साथ आसमान से भी निगरानी रखने की तैयारी की जा रही है. ड्रोन कैमरों और हेलीकॉप्टर को हाई अलर्ट पर रखा गया है. सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सलियों व अपराधियों के मूवमेंट पर विशेष चौकसी बरती जा रही है. पड़ोसी राज्य बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा के अलावा उत्तर प्रदेश से सटे इलाके में विशेष चौकसी बरती जा रही है.

इंटरस्टेट कार्निडेशन मजबूत

राज्य पुलिस के अधिकारियों के साथ सीमावर्ती राज्यों की पुलिस अधिकारियों की बैठक लगातार चल रही है. अधिकारियों का दावा है कि मजबूत इंटरस्टेट कार्डिनेशन तैयार कर लिया गया है और पुलिस दूसरे राज्यों की सीमाओं के भीतर घुसकर ऑपरेशन करने को तैयार है.सीमाओं को सील कर विभिन्न जगहों पर चेक पोस्ट बनाया गया है, जहां वाहनों से आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. नक्सलियों के खिलाफ सर्च के दौरान झारखंड पुलिस आसानी से पड़ोसी राज्यों की सीमा में प्रवेश कर सकते हैं.

पुलिस अलर्ट पर

लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए प्रदेश की एसटीएफ, जिला पुलिस, जैप, आइआरबी, आइटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ आदि की करीब 600 कंपनियों को तैनात किये जाने की तैयारी है. अतिसंवेदनशील कहे जाने वाले नक्सल प्रभावित जिलों में केंद्रीय बलों की तैनाती होगी.

उठाए जा रहे हैं ये कदम

1-ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी

चुनाव को संपन्न कराने के लिए पुलिस व प्रशासन की तरफ से मुकम्मल व्यवस्था की गई है. राजधानी के सभी बूथों पर निगरानी और पल-पल के घटनाक्त्रम को कैमरे में कैद करने के लिए ड्रोन कैमरा लगाया जाएगा जिनसे चुनाव की निगरानी की जाएगी.

2-रात में हेलीकॉप्टर लैडिंग की तैयारी

राज्य में स्थित एयरस्ट्रिप एवं संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित हैलीपैड में रात में हैलिकॉप्टर के लैंडिंग के संबंध अधिकारियों की पूरी टीम रणनीति बना रही है. क्लस्टर प्वॉइंट पर केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के कर्मियों को दी जाने वाली सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है. चुनाव आयोग के निर्देश के बाद जिन क्लस्टर स्थानों पर पानी उपलब्ध नहीं है, वहाँ पर संबंधित जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को 5000 लीटर की क्षमता वाला पानी टैंकर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

3- मोबाइल टावर वैन लगेंगे घनघोर जंगलों में

घनघोर जंगलों और संवेदनशील क्षेत्रों जहाँ दूर-संचार सुविधा उपलब्ध नहीं हो, वहाँ पर मोबाईल टावर वैन एवं वायरलेस के माध्यम से दूर-संचार की व्यवस्था की जा रही है. मोर्चो पर मुस्तैद सुरक्षा कर्मियों के लिए एंटी मलेरियल टैबलेट उपलब्ध कराया जाएगा, साथ ही डाक्टरों की पूरी टीम भेजे जाने का निर्णय लिया गया, जो वहाँ बीमारियों के निरोध के उपाय करेंगे.

Posted By: Prabhat Gopal Jha