LUCKNOW: महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर बहुत बड़ा किलर बन चुका है। इसके लिए जरूरी है कि सही समय पर इलाज और सर्जरी कराई जाए। इसके लिए पीजीआई में अब डिजिटल मैमोग्राफी की मशीन आ चुकी है, जिससे अर्ली स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर का पता चल सकेगा। यह बात डॉ। जफर नियाजी ने संजय गांधी पीजीआई में रीसेंट ट्रेंड्स इन रेडियोलॉजी विषय पर बातचीत करते हुए कही। डिपार्टमेंट ऑफ रेडियोडायग्नोसिस की ओर से शनिवार को सिल्वर जुबली सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर डॉ। विवेक सिंह ने बताया कि ब्0 की उम्र के बाद हर साल महिलाओं को साल में एक बार मैमोग्राम टेस्ट करा लेना चाहिए। ताकि समय पर बीमारी की पहचान हो सके। इस अवसर पर आयोजित सीएमई में सीटी, एमआरआई, तकनीक व डायग्नोसिस के बारे में एक्सप‌र्ट्स ने विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर विभाग के फाउंडर चेयरमैन प्रो। रत्‍‌नी गुजराल चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद थी। शाम के एलुमनी मीट का आयोजन किया गया।

Posted By: Inextlive