यूपी : सरकारी दफ्तरों में रिश्वतखोरों पर नकेल की तैयारी
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LUCKNOW : सरकारी दफ्तरों में रिश्वतखोरी पर नकेल कसने को लेकर यूपी पुलिस गंभीर है। लगातार मिलती शिकायतों और धरपकड़ के बाद अब रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है। तीन मंत्रियों के निजी सचिवों के रिश्वत मांगते स्टिंग ऑपरेशन में फंसने के बाद सरकारी व्यवस्था में भ्रष्टाचार को लेकर फिर से सवाल उठ खड़े हुए हैं। ईमानदारी व शुचिता का दावा करने वाली प्रदेश सरकार ने अब इस पर सख्त एक्शन का मन बनाया है। सूत्रों की मानें तो मुख्यालय स्तर पर इस पर नकेल कसने की रणनीति तैयार की जा रही है। इसके तहत एंटी करप्शन व खुफिया विभाग की टीमों को पब्लिक डीलिंग वाले दफ्तरों की निगरानी में लगाने की योजना है। हालांकि, अभी इस पर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
सीएम की नसीहत भी नजरंदाज
सीएम योगी आदित्यनाथ सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को अपना काम ईमानदारी से करने की कई बार ताकीद कर चुके हैं। पर, रिश्वतखोरों पर उनकी नसीहत असर नहीं कर रही और वे बेखौफ होकर अपनी करतूतों को अंजाम देने में जुटे हुए है। बीते दिनों एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में फंसे तीन मंत्रियों के निजी सचिवों के अलावा भी कई विभागों में सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा गया है। इन रिश्वतखोरों की वजह से सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। यही वजह है कि ऐसे रिश्वतखोरों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिये यूपी पुलिस ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
पब्लिक डीलिंग वाले दफ्तरों पर विशेष नजर
सूत्रों के मुताबिक, पब्लिक डीलिंग वाले दफ्तरों में रिश्वतखोरी की शिकायतें आम हैं। बीते दिनों इन्हीं दफ्तरों में कई कर्मचारियों को काम कराने के एवज में रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा गया। बताया गया कि जो रणनीति तैयार की जा रही है, उसमें ऐसे ही सरकारी दफ्तरों को टारगेट किया जाएगा, जहां पब्लिक डीलिंग होती हो। इन दफ्तरों में एंटी करप्शन व खुफिया विभाग की टीमें विशेष नजर रखेंगी। बताया गया रिश्वतखोरी की पुष्टि पर टीमें अपने प्रभारी को रिपोर्ट भेजेंगी। आदेश मिलते ही ऐसे कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।