-फ्लाईओवर हादसे के बाद सेतु निगम की टेक्निकल टीम हुई एक्टिव

-शहर के पांच चालू व एक निर्माणाधीन पुल की शुरू हुई जांच

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VARANASI

कैंट स्टेशन के पास हुए फ्लाईओवर हादसे के बाद राज्य सेतु निगम हरकत में आ गया है। निगम की टेक्निकल टीम के सेफ्टी ऑफिसर्स ने शहर के पांच चालू और एक निर्माणाधीन पुल की जांच शुरू कर दी है। इसमें खासकर सुरक्षा से जुड़े बिन्दुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। जांच पूरी करने के बाद टीम अपनी रिपोर्ट चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर को सौंपेगी। इसके बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इस दौरान उसमें जो भी खामियां उजागर होंगी। सेतु निगम उस गड़बड़ी को दुरुस्त कराएगा।

.तो टल सकता था हादसा

दरअसल, राज्य सेतु निगम की इंटरनल टेक्निकल टीम पुलों की जांच करती रहती है, लेकिन ज्यादातर यह टीम नॉन एक्टिव रहती है। कैंट स्टेशन के पास चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर की बीम गिरने से हुई 15 मौतों के बाद सेतु निगम के अफसरों पर कार्रवाई हुई। जिसके बाद आनन-फानन में इस टीम को एक्टिव कर दिया गया। विभागीय सूत्रों का कहना है कि अगर यह टीम पुलों की रुटीन जांच करती तो शायद फ्लाईओवर हादसा न होता। फ्लाईओवर पर बीम फरवरी में ही रखी गई थी, लेकिन हादसा होने से पहले तक उसका एलाइनमेंट (सीधा करना) तक नहीं किया गया। इसी वजह से सामनेघाट पुल हादसा, बलुआ व सोता पुल निर्माण में गड़बड़ी सामने अाई थी।

वाहन गुजरने पर होता है कंपन

मंडुआडीह आरओबी पर गर्डर लगाकर उस पर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। फिर भी छोटे ओवरलोड वाहन इस पर से जब गुजरते हैं तो कंपन होता है। सेतु निगम बनारस यूनिट के प्रोजेक्ट मैनेजर संतराज ने बताया कि यह आईआरसी क्लास ए का पुल है, जिसे मध्यम श्रेणी का पुल माना जाता है। यह पुल बड़े और भारी वाहनों के आवागमन के लिए नहीं बना है। इसे वेल्डिंग करके बनाया गया है। ऐसे में कंपन होने पर इसके जोड़ खुलने का खतरा है। वहीं लहरतारा आरओबी पर गढ्डे होने व रेलिंग टूटने तथा चौकाघाट फ्लाईओवर पर सड़क दबने की भी जांच की जा रही है।

पीडब्ल्यू पर मेंटीनेंस का जिम्मा

दरअसल, पुल बनाने के बाद सेतु निगम उसे पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर देता है। इसके बाद मेंटीनेंस की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की होती है। विभाग को इसके लिए ब्रिज मेंटीनेंस के मद में धन मिलता है। लेकिन अपरिहार्य स्थिति में सेतु निगम भी पुलों की मरम्मत कराता है।

इन पुलों की हो रही जांच

- चौकाघाट फ्लाईओवर

- मंडुआडीह आरओबी

- लहरतारा आरओबी

- सामनेघाट ब्रिज

- बलुआघाट पुल

- कोनिया में बन रहा पुल

इन बिन्दुआें पर जांच

- निर्माण सामग्री की गुणवत्ता

- सामग्री का रखरखाव

- ट्रेंड स्टाफ की उपलब्धता

- इंजीनियर्स कर रहे डेली इंस्पेक्शन

- लोड टेस्टिंग

- सेफ्टी ऑडिट

टेक्निकल टीम के सेफ्टी ऑफिसर्स पुलों की जांच कर रहे हैं। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। पुलों का मेंटीनेंस कराया जाएगा।

एके श्रीवास्तव, सीपीएम, राज्य सेतु निगम

Posted By: Inextlive