- खाद्य व्यापार मंडल के सदस्यों ने वाणिज्य मंत्री को भेजा लेटर, सुनवाई नहीं होने पर खटखटाएंगे पीएम का दरवाजा

पैसा कमाने की चाहत में कुछ लोगों ने ई कॉमर्स व्यापार का एक बड़ा हिस्सा वालमार्ट को बेच दिया। वालमार्ट से रिटेल बाजार को काफी नुकसान होगा। ई कॉमर्स के कारण पहले ही छोटे कारोबारियों को काफी क्षति पहुंची है। ये बातें खाद्य व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु को भेजे हुए एक लेटर में कहीं है। खाद्य व्यापार मंडल के अध्यक्ष नवरतन राठी ने कहा कि यदि इस मामले में वाणिज्य मंत्रालय व्यापारियों की नहीं सुनता है तो पीएम का दरवाजा खटखटाने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं है।

कांफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) एक्शन कमेटी के बनारस प्रभारी गौरव राठी ने बताया कि वाणिज्य मंत्री को भेजे गए लेटर में व्यापार मंडल ने कहा कि वालमार्ट-फ्लीप कार्ड सौदे की हर तरीके से जांच होनी चाहिए। आशंका है कि वालमार्ट की यह डील एफडीआई पॉलिसी और कानूनी रास्तों को दरकिनार करती हुई ई कॉमर्स के माध्यम से देश के रिटेल बाजार में तब्दील होगी। लेटर पर सिग्नेचर करने वालों में रवि धन्नानी, अवतार सिंह,आशीष अग्रवाल, रमेश कुमार सुसरानी, प्रकाश,अमित अग्रवाल, गोवर्धन घावरी, गोपी पेशवानी, पीके अग्रवाल, राजेश केशरी, सुरेश गिडवानी, नरेश आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive