-जूनियर होकर सीनियर को परीक्षक के सामने बेल्ट से पीटा, रोकने पर बड़े भाई को बुलाकर की दबंगई

-चीफ प्रॉक्टर की भी नहीं सुनी तो थमाई नोटिस, पूछा क्यों न निष्कासित कर दें?

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैम्पस में दो भाइयों को दबंगई करना भारी पड़ गया. इन भाइयों ने मौखिक परीक्षा के दौरान दो शोध छात्रों की पिटाई कर दी थी. इनकी शिकायत पीडि़त द्वारा बुधवार को लिखित रूप से किए जाने के बाद गुरुवार को दोनों भाइयों का निलंबन कर दिया गया. इनमें मनोज यादव पुत्र परमहंस यादव, एमए प्रथम वर्ष प्राचीन इतिहास विभाग तथा बृजेश यादव पुत्र परमहंस यादव, शोध छात्र प्राचीन इतिहास विभाग निवासी गांव शमशाबाद जिला मऊ शामिल हैं.

एक घंटे बाद लौटा और फिर पीटा

दोनो भाइयों के खिलाफ बुधवार को रामप्रीति यादव, शोध छात्र ने लिखित रूप से शिकायत की थी कि एमए द्वितीय सेमेस्टर की चल रही मौखिक परीक्षा में परीक्षक प्रो. डीपी दुबे के समक्ष दोनों ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे और उसके साथ शोध छात्र पीयूष मिश्र से गाली-गलौज करते हुए बेल्ट से मारा-पीटा. इससे उसको काफी चोटें आई. साथ ही मौखिक परीक्षा बाधित हुई और विभाग में अफरा-तफरी का वातावरण हो गया. यही नहीं कुलानुशासक मंडल सदस्यों के बीच बचाव एवं चेतावनी के बावजूद एक घंटे बाद मनोज के बड़े भाई बृजेश यादव ने अपने पांच साथियों को लेकर विभाग के कम्प्यूटर कक्ष में घुसकर मारपीट की.

शिक्षकों को अपमानित होना पड़ा

दोबारा आने पर गाली-गलौज करते हुए रामप्रीति को घेरकर जान से मारने की धमकी दी गई. चीफ प्रॉक्टर ने दोनों भाइयों को कारण बताओ नोटिस एवं निलंबन आदेश जारी करते हुए कहा है कि उनका यह कृत्य गम्भीर अनुशासनहीनता व अपराध की श्रेणी के अन्तर्गत आता है. आरोपियों ने वरिष्ठ शोधछात्र के साथ इस जघन्य कृत्य को किया और कुलानुशासक द्वारा हस्तक्षेप का भी कोई प्रभाव नहीं पड़ा. कहा है कि दोनो भाई स्वाभाविक रूप से अशिष्टता, मारपीट और लड़ाई झगड़े के अभ्यस्त हैं. दोनों भाइयों की स्वाभाविक प्रवृत्ति ही अभद्रताप्रिय है. नोटिस में कहा है कि इस आपराधिक कृत्य से विभाग/विवि का अनुशासन भंग हुआ है. परीक्षा में बाधा पहुंची. शिक्षकों को अपमानित होना पड़ा. साथ ही विवि में अनुशासनहीनता और अपराध को बढ़ावा मिला.

वर्जन

दोनों को 06 अप्रैल को कुलानुशासक कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर लिखित/ मौखिक रूप से यह कारण बताने को कहा गया है कि उन्होंने ऐसा कुकृत्य क्यों किया और उन्हें निष्कासित क्यों न कर दिया जाय ? इनके विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने हेतु थाना कर्नलगंज को अग्रसारित कर दिया गया है.

-प्रो. आरएस दुबे, कुलानुशासक इविवि

Posted By: Vijay Pandey