शिवराजपुर में बुधवार को कॉलेज से लौट रही बीटेक छात्रा की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई । गांव के बाहर घात लगाए बाइक सवार दो युवकों ने उसका रास्ता रोका और फिर एक युवक ने उसकी गर्दन पर तमंचा सटाकर गोली मार दी।

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KANPUR (27 June): शिवराजपुर में बुधवार को कॉलेज से लौट रही बीटेक छात्रा की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई । गांव के बाहर घात लगाए बाइक सवार दो युवकों ने उसका रास्ता रोका और फिर एक युवक ने उसकी गर्दन पर तमंचा सटाकर गोली मार दी। छात्रा की मौत से एरिया में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस पड़ताल के बजाय सीमा विवाद में उलझ गई। एसपी ग्रामीण के पहुंचने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया । छात्रा की लाइफ स्टाइल और घर की स्थिति को देखते हुए पुलिस लव ट्रायंगल, ब्लैकमेलिंग, एक तरफा प्यार और ऑनर किलिंग के एंगल से जांच कर रही है।

बीटेक फस्र्ट ईयर की स्टूडेंट शिवराजपुर के बासा निवादा गांव निवासी छिद्दू प्राइवेट काम करते हैं। परिवार में पत्नी राजकुमारी, चार बेटे और दो बेटियां थीं। बच्चों में पांचवें नंबर पर शबनम उर्फ विजय लक्ष्मी (18) थी। शबनम तातियागंज स्थित इंजीनियरिंग कालेज में बीटेक फस्र्ट इयर की स्टूडेंट थी। वह सुबह बाइक से कॉलेज जाने के लिए निकली थी। कॉलेज से लौटते समय गांव के बाहर राधना मोड़ पर बाइक सवार दो युवकों ने उसको रोक लिया। वह युवकों को पहले से जानती थी। शबनम की युवकों से किसी बात को लेकर बहस और छीनाझपटी होने लगी। गुस्से में शबनम ने शोर मचाने की धमकी दी तो बाइक सवार एक युवक ने तमंचा निकलकर उसके गर्दन पर सटाकर गोली मार दी। पुलिस पिकेट से पुलिस नदारद गांववालों की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने डॉयल 100 में हत्या की जानकारी दी, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।

ग्रामीण भागकर पिकेट प्वाइंट पर पहुंचे, लेकिन वहां से भी पुलिस नदारद थी। इसके बाद ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर और सीओ को फोन मिलाया तो सीओ का मोबाइल स्विच ऑफ था। करीब 20 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो जांच करने के बजाय सीमा विवाद में उलझ गई। इससे एक घंटे से ज् यादा समय तक युवती की लाश वहीं पड़ी रही।

तीन युवकों को उठाया

पुलिस ने शबनम की हत्या में गांव के दो और चौबेपुर के एक युवक को उठाया है। पुलिस को पता चला कि शबनम जिस बाइक स ेकालॅजे गई थी, वो रामबालक गौतम के नाम पर है। इससे साफ है कि राम बालक शबनम का करीबी था। इसलिए पुुलिस उसकी तलाश कर रही है।

परिजनों की चुप्पी कुछ कहती है...

पुलिस ने शबनम के परिजनों से बात की, लेकिन वह कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बताया जा रहा है कि परिजन भी शबनम के लाइफस्टाइल से खुश नहीं थे। उन्हें पता है कि उनकी बेटी को किसने मारा है, लेकिन वे कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। इससे पुलिस को जांच में दिक्कत आ रही है। स्थिति को देखते हुए पुलिस परिजनों पर दबाव भी नहीं बना पा रही। उनका पहला फोकस पोस्टमार्टम कराकर शव का अंतिम संस्कार कराना है। इसके बाद वे परिजनों से पूछताछ करेंगे। परिजनों की चुप्पी से पुलिस उनकी भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं कर रही है।

इन 3 प्वाइंट्स में  छिपा हत्या का राज 

कहां से आता था इतना पैसा

पुलिस शबनम की हत्या में तीन बिंदुओं प्रेम त्रिकोण, एक तरफा प्यार और ब्लैकमेलिंग पर जांच कर रही है। शबनम के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी न होने के बाद भी उसके पास पैसों की कमी नहीं रहती थी। वह बाइक से चलती थी और एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रही थी। पुलिस को शक है कि शबनम किसी करीबी दोस्त या प्रेमी की मदद से यह कर रही थी या हो सकता है कि किसी को ब्लैकमेल कर रही हो।

गांव वाले को छोड़ शहर वाले से नजदीकी

प्रेम त्रिकोण के एंगल की शुरुआती जांच में पता चला है कि शबनम की गांव के एक युवक से करीबी दोस्ती थी। वह शबनम को प्यार करता था। शबनम भी उसको पसंद करती थी, लेकिन जब शबनम कॉलेज जाने लगी तो शबनम की वहां पर भी एक युवक से दोस्ती हो गई। इसे लेकर शबनम की पुराने प्रेमी से अनबन चल रही थी। गांव वाला दोस्त शबनम को कॉलेज वाले फ्रेंड से दूर रहने के लिए कह रहा था लेकिन शबनम इसके लिए तैयार नहीं थी।

बिंदास स्टाइल तो नहीं बन गई दुश्मन

पुलिस की पड़ताल में यह भी सामने आया है कि शबनम की बिंदास स्टाइल के चलते गांव और आसपास के कई युवक उस पर लट्टू थे लेकिन वह किसी को ज्यादा भाव नहीं देती थी। ज्यादा करीब आने की कोशिश करने वाले कई युवकों को वह फटकार भी लगा चुकी थी। इसके चलते एक तरफा प्यार में भी हत्या का शक जताया जा रहा है।

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Posted By: Kartikeya Tiwari