RANCHI: 24 अगस्त रातू रोड दुर्गा मंदिर के पास आर्यपुरी में अपराधियों ने बीटेक इंजीनियरिंग के छात्र 26 वर्षीय राकेश यादव हत्याकांड में क्या सच है। इसका पर्दाफाश करने के लिए सुखदेवनगर थाना पुलिस ने रिमांड पर संजय पांडेय को लिया है। संजय पांडेय को रिमांड पर लेने के पीछे शूटरों द्वारा दिया गया बयान है, जिसमें बताया गया है कि उन्हें संजय पांडेय ने तीन लाख की सुपारी दी थी। पेशगी के तौर पर डेढ़ लाख रुपए भी दिए गए थे। वहीं, एक शूटर को 20 हजार रुपए दिए गए थे। हालांकि, परिजनों के मुताबिक, संजय पांडेय को रिमांड पर लेने का कोई मतलब नहीं बनता है, क्योंकि संजय पांडेय खुद एक गोलीकांड में जेल में बंद था तो आखिर उसने सुपारी कब दी। परिजनों के मुताबिक, जिस बहन की बात उनलोगों से कही जा रही है, उसका इस कांड से कोई लेना-देना नहीं है। उसकी कोई बहन ही नहीं है। राकेश झारखंड राय यूनिवर्सिटी में बीटेक फाइनल ईयर का छात्र था। वह मूल रूप से पलामू के बरहमोरिया पाटन का रहने वाला था। एक महीने पहले ही नौकरी ज्वाइन की थी।

बहन से था प्रेम-प्रसंग तो भाई ने दे दी सुपारी

इंजीनियरिंग के छात्र व टाटा मोटर्स के कर्मचारी राकेश यादव की गोली मारकर हत्या मामले में पुलिस ने अपराधी हिमांशु दुबे को गिरफ्तार कियाथा। बकौल, हिमांशु पांडेय-संजय पांडेय की बहन और राकेश यादव के बीच प्रेम-प्रसंग था, जो संजय को नागवार गुजरा और उसने अपराधियों को तीन लाख रुपए की सुपारी देकर राकेश की हत्या करवा दी। इस कांड को पांच अपराधियों ने अंजाम दिया था।

एक माह पहले बना था प्लान

राकेश यादव की हत्या की प्लानिंग घटना से एक माह पूर्व तैयार की गई थी। अभियुक्त संजय ने पूरी योजना बनायी थी। जहां किराए पर राकेश रहता था, उसी के बगल के कमरे को संजय ने भाड़े पर रूम लिया था। संजय ने राकेश की रेकी करने के लिए अभियुक्त हिमांशु को उसी कमरे में रखा था। अभियुक्त हिमांशु राकेश की गतिविधियों की सारी जानकारी संजय को देता था। इसी क्रम में हिमांशु ने अन्य अपराधियों के साथ मिलकर राकेश की हत्या की तिथि 24 अगस्त तय की थी।

पिंटू ने ली थी हत्या की सुपारी

अभियुक्त संजय ने राकेश की हत्या की सुपारी 3 लाख रुपए में पिंटू को दी थी। इसके लिए अभियुक्त पिंटू ने यूपी के दो और गढ़वा व पलामू के तीन शूटरों से राफ्ता कायम किया। उन्हें घटना से पहले ही सुपारी की रकम भी दे दी थी।

फर्जी आधार कार्ड से लिया था रेंट पर रूम

हिमांशु की तय तिथि के हिसाब से 24 अगस्त को सुबह साढ़े सात बजे पांचों शूटर दलादली चौक पहुंचे। इससे एक माह पहले लालगुटवा स्कूल के पास अभियुक्तों ने फर्जी आधार कार्ड के आधार पर कमरा किराए पर ले लिया था। दलादली चौक पर दो अपाची बाइक रखी गई थी। पांचों शूटर बाइक लेकर हथियार के साथ सुबह नौ बजे आर्यपुरी पहुंचे। साढ़े नौ बजे राकेश अपने भाई निलेश के साथ स्कूटी से जैसे ही निकला। अपराधियों ने उसका पीछा किया। रातू रोड दुर्गा मंदिर के पास अभियुक्तों ने राकेश को रोका। देखकर दोनों भाई भागने लगे। इसी दौरान शूटरों ने राकेश पर ताबड़-तोड़ गोलियां चला दीं। घटनास्थल पर ही राकेश की मौत हो गई। इसके बाद पांचों अपराधी भागकर कमरे में पहुंचे और हथियार रखकर फरार हो गए।

राकेश से पहले भी की थी मारपीट

एसएसपी ने बताया कि राकेश के साथ संजय पांडेय का काफी दिनों से विवाद चल रहा था। अप्रैल में संजय ने कुछ अपराधियों के साथ मिलकर राकेश को उठाया था। मोरहाबादी मैदान में ले जाकर उसकी धुनाई भी की थी। संजय ने बहन से दूर रहने की उसे चेतावनी भी दी थी।

Posted By: Inextlive