Allahabad : रेलवे में जॉब चाहिए मिल जाएगा. डी ग्रुप के लिए पांच लाख और सी ग्रुप यानी क्लर्क के लिए आठ लाख रुपए खर्च करने होंगे. परेशान होने की जरुरत नहीं है. एग्जाम के पहले कुछ ही जमा करना होगा और बाकी जॉब मिलने के बाद. कुछ इसी अंदाज में भाई-बहन ने बंटी और बबली बन 42 लड़कों को रेलवे में जॉब के लिए चूना लगाया है. आरोप है कि उन्होंने दो करोड़ रुपए से ज्यादा हड़प लिए. कर्नलगंज पुलिस इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी है...


एडवोकेट ने दर्ज कराई FIR कटरा के रहने वाले एडवोकेट राम प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि मणि प्रकाश त्रिपाठी लखनऊ का रहने वाला है। वह खुद को रेलवे भर्ती बोर्ड का मेम्बर बताता है। उसकी बहन शहर में रहती है। दोनों ने मिलकर 42 लड़कों को रेलवे में जॉब दिलाने के नाम पर ठग लिया है। लड़कों की पूरी डिटेल कर्नलगंज पुलिस को बता दी गई। जिसके बाद मणि प्रकाश उसकी बहन पद्मजा और सिन्धुजा मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी है। यहां बैठक वहां setting


एडवोकेट ने बताया कि मणि प्रकाश ने इलाहाबाद, प्रतापगढ़ और बनारस समेत कई डिस्ट्रिक्ट के लड़कों को चूना लगाया है। जॉब के नाम पर वह शहर में रह कर तैयारी करने वाले बेरोजगारों लड़कों से सेटिंग करता था। उन्हें अपनी सिस्टर के यहां बुलाकर उन्हें झांसा देता था। फिर लखनऊ बुलाकर उनकी जॉब के लिए मीटिंग करता था। वहीं पर कई लड़कों से कैश मनी लिया है और करीब 49 लाख रुपए उसने अपने पर्सनल एकाउंट में जमा भी कराया है जिसकी रसीद सभी लड़कों के पास मौजूद है।Training के लिए भी बुलाया

हद तो तब हो गई जब कुछ लड़कों को उसने जॉब के नाम पर फर्जी सर्टिफिकेट भी दे दिया और लड़कों को ट्रेनिंग के लिए कोलकता भी बुला लिया। बाद में जब फर्जीवाड़ा करने वालों के बारे में जानकारी हुई तो लड़के दंग रह गए। वह अपने रुपए वापस मांगने पहुंचे तो उन्हें बदले में गाली मिली। इस फ्राड के चक्कर में खड़कपुर पुलिस ने एयरपोर्ट के पास से मणि प्रकाश को अरेस्ट किया था जो जमानत पर छूटने के बाद लड़कों को धमकी दे रहा है।

Posted By: Inextlive