दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत का रहस्य पता करने में जुटी दिल्ली पुलिस अब तक कर्इ लोगों से पूछताछ कर चुकी है। एेसे में अब पुलिस ने एक राजमिस्त्री और उसकी बेटी समेत दूसरे कर्मचारियों से भी पूछताछ की है।

इस मामले से कोई लेना-देना नही
नई दिल्ली (पीटीआई)। बुराड़ी डेथ मिस्ट्री में  पुलिस के मुताबिक कुंवर पाल नाम के राजमिस्त्री ने ही मृत चुंडावत परिवार के घर में 11 पाईप लगाए थे। राजमिस्त्री कुवंर पाल के साथ ही पुलिस ने उसकी बड़ी बेटी गीता से दो घंटे तक पूछताछ की। राज मिस्त्री कुंवर पाल की बेटी गीता माता तांत्रिक के नाम से जानी जाती है। हालांकि गीता का कहना है कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नही है। उसने मृत चुंडावत परिवार के साथ कोई संबंध होने से इनकार कर दिया। वहीं कुंवर पाल ने पुलिस को बताया उनके मकान में एक खिड़की का निर्माण संभव नहीं था और वेंटिलेशन के लिए पाइपों को लगाया गया था।

100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की

पुलिस इस मामले में चुंडावत परिवार के रिश्तेदारों पड़ोसियों समेत 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है। रिपोर्टों के मुताबिक, मृत ललित चुंडावत के छाेटे बेटे ललित हाल ही में गीता से मिले थे। इतना ही नहीं उन्हें 10 जुलाई को फिर से गीता से मिलना था। वहीं इस मामले को लेकर एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक गीता का इस परिवार के साथ एकमात्र लिंक यह है कि वह राजमिस्त्री की बेटी है। इसके अलावा और अभी कुछ नहीं मिला है। गीता ने बताया कि वह कभी ललित से नहीं मिली थी। वह उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। गीता का कहना है किसी चैनल को कोई बयान नहीं दिया है।
नजर आदि उतारने का काम करती
गीता ने पुलिस को यह भी बताया कि 10 साल पहले उच्च रक्तचाप के कारण वह पैरालाइसिस का सामना भी कर चुकी है। पूछताछ के दौरान गीता काफी डरी हुई थी। स्थानीय लोग उसके घर पर पूजा करने के लिए उसके पास आते हैं। वह बीमार बच्चों की नजर आदि उतारने का काम करती हैं। वहीं कुवंर पाल ने कहा कि वह इस परिवार को 22 से अधिक वर्षों से जानते हैं। चुंडावत परिवार के मालिक यानी कि ललित के पिता गोपाल दास के साथ उनके अच्छे संबंध थे। हालांकि कुवंर पाल बीच में 10 वर्षों के लिए बावाना के लिए स्थानांतरित हो गए थे क्योंकि वहां काफी निर्माण कार्य हो रहे थे।
दिनेश सिंह चुंडावत से संपर्क करेंगे
इसके बाद 2011 में वह फिर वापस बुराड़ी वापस आए और इस परिवार से संपर्क किया। इस दौरान उन्हें बताया गया कि गोपाल दास का निधन हो गया है। परिवार ने उन्हें आश्वासन दिया था कि यदि मकान में कभी कोई काम कराना होगा तो उससे संपर्क करेंगे। 2017 में, चुंडावत परिवार अपने घर को पुर्ननिर्माण की योजना बना रहा था और उसे बुलाया गया था। उसने  1 जुलाई को इस परिवार की मौत के सुनकर हैरान हो गया था। कुवंर पाल का यह भी कहना है कि उसका मृत परिवार के साथ मकान के निर्माण का जो लेन-देन है वह अब इसके लिए ललित के बड़े भाई दिनेश सिंह चुंडावत से संपर्क करेंगे।
मृतकों में शामिल हैं परिवार के ये लोग
बता दें कि मृत परिवार के 11 सदस्यों में से दस सदस्य रविवार को घर की छत में लोहे के जाल से लटके मिले थे। वहीं  परिवार की मुखिया 77 वर्षीय नारायण देवी का शरीर फर्श पर पड़ा था। मृतकों में नारायणी देवी के अलावा उनकी  बेटी प्रतिभा (57), उनके दो बेटे भावेश (50) और ललित भाटिया (45) भी मृतकों में शामिल हैं। भावेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे - मीनू (23), निधि (25), और 15 साल की ध्रुव भी मृत पाए गए।ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनके 15 वर्षीय बेटे शिवम भी मृत पाए गए थे। इसके अलावा प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी शामिल हैं।

परिवार के सभी सदस्य यकीन भी करते

इस घटना के बाद से पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है। बीते बुधवार को पुलिस ने एक सीसीटीवी कैमरा फुटेज को भी प्राप्त किया है। इस फुटेज में देखा जा रहा है कि परिवार के कुछ लोग  स्टूल व लटकने के लिए तारों की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके अलावा 11 डायरी भी मिलीं हैं। जिनमें मोक्ष प्राप्त करने के रास्तों का जिक्र है। पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि ललित ने पूरे परिवार काे बता रखा था कि उस पर उसके पिता की आत्मा आती है। पिता जी उसे परिवार के अच्छे-बुरे कामों को लेकर हर सलाह देते हैं। ललित की इन बातों पर परिवार के सभी सदस्य यकीन भी करते थे।

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Posted By: Shweta Mishra