- एमडीए कर्मचारी यूनियन में सीएम को भेजा पत्र, एटीपी को हटाने की मांग

- दौराला महायोजना में धांधली और बिजनेस पार्क में गड़बड़झाले को लेकर चर्चाओं में रहे एटीपी

Meerut: रजवाहा पट्टी पर अवैध बिजनेस पार्क के मानचित्र को स्वीकृति देने के मामले में आरोपी असिस्टेंट टाउन प्लानर विवेक भास्कर की मुश्किलें बढ़ रही हैं। एमडीए में प्रतिनियुक्ति पर तैनात एटीपी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को प्राधिकरण कर्मचारी यूनियन ने सीएम को पत्र भेजकर विभिन्न मामलों में आरोपित एटीपी को हटाने की मांग की।

आरोपों के घेरे में एटीपी

मेरठ विकास प्राधिकरण कर्मचारी संगठन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र भेज कर कहा कि एमडीए में प्रतिनियुक्ति पर तैनात सहायक नगर नियोजक विवेक भास्कर अब तक एमडीए को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा चुके हैं। यूनियन के अध्यक्ष सुशील त्यागी ने कहा कि एटीपी द्वारा दौराला महायोजना के प्रारूप पर अवैध रूप से दर्जनों आवासीय कालोनियों के नक्शे काट दिए गए, जबकि उनसे लैंड यूज फीस भी नहीं जमा कराई गई। कर्मचारी नेता का आरोप है कि एटीपी ने अपने पद का गलत इस्तेमाल कर ग्रीन बेल्ट को भी खत्म करने का प्रयास किया।

बिजनेस पार्क में भी शामिल

पिछले दिनों चर्चा में रहे बिजनेस पार्क प्रकरण में एटीपी विवेक भास्कर का नाम शामिल होना बताया जा रहा है। कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों का आरोप है कि सुपरटेक चौराहा स्थित रजवाहा पटरी पर अवैध रूप से 7000 वर्ग मीटर में बने बिजनेस पार्क का नक्शा पास कर दिया गया। कर्मचारी नेता का आरोप है कि एटीपी ने बिल्डर से सांठगांठ कर प्रस्तावित इनर रिंग रोड का निर्माण पूरा दिखाकर बिजनेस पार्क पर काम शुरू कर दिया, जबकि इनर रिंग रोड के लिए न तो किसानों से जमीन अधिग्रहण की गई और न ही रजवाहे की पटरी पर सड़क बनाने के लिए सिंचाई विभाग से एनओसी ली गई।

ये रहे मौजूद

इस मौके पर कर्मचारी यूनियन के उपाध्यक्ष कपिल शर्मा, संगठन मंत्री विक्रम सिंह, महामंत्री अमित चौहान व मयंक तोमर आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive