आधार कार्ड से भी दुकानदार कर दे रहे फर्जीवाड़ा

संतकबीर नगर में पकड़ा गया गैंग गोरखपुर में अलर्ट

GORAKHPUR: शहर के मोबाइल विक्रेताओं से नए सिमकार्ड खरीदने में लापरवाही भारी पड़ सकती है। आधार कार्ड और बायोमैट्रिक की व्यवस्था के बावजूद बड़े पैमाने पर हेराफेरी हो रही है। ग्राहकों के नाम से सिर्फ सिमकार्ड एक्टिवेट करने के बजाय टारगेट पूरा करने के चक्कर में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। महंगे दामों पर प्री-एक्टिवेटेड सिम बेचने का मामला सामने आने से हड़कंप मचा है। खलीलाबाद में पकड़े गए गैंग के पर्दाफाश के बाद से शहर में हड़कंप मचा है।

प्री-एक्टिवेट सिम बेच कर रहे फर्जीवाड़ा

संतकबीर नगर जिले के महुली थाना की पुलिस ने बुधवार को पांच बदमाशों को अरेस्ट किया। बदमाशों के पास से चार मोबाइल फोन, एक कंपनी के तीन सौ मोबाइल फोन, नकदी सहित कई सामान बरामद हुए। बदमाशों ने पुलिस को बताया कि गोरखपुर जेल में बंद राजन तिवारी से उनका गहरा जुड़ाव है। पकड़े गए शातिरों में दो बदमाश मोबाइल कंपनियों से जुड़कर सिमकार्ड बेचते थे। उन दोनों ने पुलिस को बताया कि कंपनी का टारगेट पूरा कराने के सिमकार्ड को पहले ही एक्टिवेट कर दिया जाता है। एक मोबाइल एप के जरिए मोबाइल कंपनी एजेंट्स की मदद से दुकानदार नए ग्राहकों को एक नंबर बेचने के दौरान गड़बड़झाला करते हैं। जब कोई व्यक्ति सिमकार्ड लेने आता है तो उसकी डिटेल लेकर सिम बदल देते हैं। यह कहते हैं कि पहले वाला काम नहीं कर रहा है। ग्राहक को दूसरा या तीसरा सिमकार्ड थमाकर पहले वाले सिम को रख लेते हैं। जब उसकी मुंहमांगी कीमत मिलती है तो उसे एक्टिवेट करके बेच देते हैं।

गोरखपुर सहित पूरे मंडल में फैला जाल

सतंकबीर नगर पुलिस की कार्रवाई में पकड़े गए बदमाशों के खिलाफ बड़हलगंज, कैंपियरगंज सहित कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। 23 अक्टूबर को इस गैंग के राजन तिवारी को कैंपियरगंज में पुलिस ने मुठभेड़ में अरेस्ट किया था। उसके खिलाफ 50 हजार रुपए का ईनाम था। इस गैंग के लोग फर्जी तरीके से सिमकार्ड बेचने के अलावा मोबाइल दुकानदारों की मुखबिरी करके लूट लेते थे। मामला सामने आने पर संतकबीर नगर पुलिस ने आसपास के जिलों को अलर्ट कर दिया है।

सिम लेते समय यह बरतें सावधानी

-मोबाइल और सिमकार्ड अधिकृत विक्रेता से खरीदें।

-किसी अन्य व्यक्ति के आईडी पर कोई सिमकार्ड न खरीदें।

- अपने आधार कार्ड पर सिम लेते समय पूरी सावधानी बरतें।

- सिम के लिए फोटोकापी देते समय उस पर लिख दें कि यह सिर्फ इसी सिम नंबर के लिए मान्य है

- सिमकार्ड लेने के अलावा कहीं पर फोटो काफी देने उसकी डिटेल अपने पास नोट करके रखें।

-मूल प्रति से अपने सामने फोटो कापी कराएं। कोशिश करें कोई अन्य आप के दस्तावेज की कापी न कर सकें।

वर्जन

सिमकार्ड के एक्टिवेशन में फर्जीवाड़े की जानकारी मिली है। आधार कार्ड और बायोमैट्रिक से गड़बड़ी की आशंका नहीं थी। लेकिन टारगेट पूरा करने के चक्कर में दुकानदार कोई भी गड़बड़ी कर सकते हैं। इसलिए सिमकार्ड खरीदते समय ग्राहक सजग रहें। ऐसा करने वाले दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

-प्रवीण कुमार सिंह, सीओ क्राइम ब्रांच

Posted By: Inextlive