Dehradun : उपनल चेयरमैन पद पर रहते हुए कैबिनेट मिनिस्टर हरक सिंह रावत के पर्सनल सेकेट्री रहे युद्धवीर सिंह रावत की हत्या कर लाश को राजपुर थाना क्षेत्र में फेंक दिया गया. फ्राइडे मॉर्निंग आनंदमयी आश्रम के पास सड़क किनारे डेड बॉडी पाए जाने से सनसनी फैल गई. मृतक के गले के साथ ही कनपटी पर भी चोट के निशान थे. युद्धवीर मूल रूप से जनपद रुद्रप्रयाग के रहने वाले थे और जखोली ब्लाक के ज्येष्ठ प्रमुख व अगस्तमुनि क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके थे. इस बड़ी वारदात को लेकर राजनैतिक गलियारे में खासी हलचल मची हुई है. आरंभ में मामले को प्रॉपर्टी विवाद से जोड़ कर देखा जा रहा है.


सड़क किनारे मिली डेड बॉडीफ्राइडे मॉर्निंग करीब साढ़े सात बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति की लाश सड़क किनारे पड़ी है। इस पर एसओ राजपुर अमरजीत सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंचे। मृतक की कनपटी पर चोट लगी थी व गले पर भी निशान थे। तलाशी में मृतक की जेब से दो मोबाइल मिले। मोबाइल में मौजूद नंबर पर फोन करने पर पता लगा कि मरने वाले युद्धवीर सिंह रावत (47 साल) निवासी जखोली ब्लाक, जिला रुद्रप्रयाग हैं। रावत यमुना कॉलोनी में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के सरकारी आवास में रह रहे थे। हरक सिंह रावत जब उपनल के चेयरमैन थे, उस समय युद्धवीर उनके पर्सनल सेकेट्री थे। साथ ही युद्धवीर अगस्तमुनि (रुद्रप्रयाग) से जिला पंचायत सदस्य व अपने गृह ब्लाक के पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख भी रह चुके हैं।लेनदेन व प्रॉपर्टी विवाद पर जांच


रसूखदार व्यक्ति की हत्या कर शव फेंके जाने की सूचना मिलते ही कई पॉलिटिकल लोग घटनास्थल पहुंच गए। प्रारंभिक जांच में पुलिस को मालूम चला कि युद्धवीर की लास्ट लोकेशन थर्सडे शाम छह बजे चकराता रोड स्थित नटराज सिनेमा के पास  थी। जबकि, इसी दिन सुबह वे यमुना कॉलोनी स्थित आवास में थे। कुछ लोगों ने वहां उनसे मुलाकात भी की थी। इसके बाद दोपहर में युद्धवीर, मंत्री हरक सिंह रावत के एक करीबी के संग थे। रात 11 बजे तक युद्धवीर का मोबाइल ऑन था मगर इसके बाद दोनों नंबर स्विच ऑफ हो गए। शाम करीब छह बजे जानने वालों ने उन्हें नटराज सिनेमा के पास देखा था। मृतक के पास मिले दोनों सेल फोन की कॉल डिटेल एसओजी द्वारा खंगाली जा रही है.व्यापारी से भी की गई पूछताछथर्सडे मॉर्निंग करीब साढ़े आठ बजे हिमाचल के पांवटा साहिब निवासी एक व्यापारी ने युद्धवीर सिंह रावत से अपनी भांजी के एडमिशन को लेकर मुलाकात की थी। पुलिस के मुताबिक, यह एडमिशन एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज में होना था। रावत ने कहा वे थोड़ी देर में वापस आ रहे हैं जिसके बाद व्यापारी उनके सरकारी आवास पर काफी देर तक इंतजार करता रहा। लंबे समय तक इंतजार के बाद बिजनेस मैन ने युद्धवीर को कॉल भी किया।महिला भी थी साथ

मृतक युद्धवीर की जेब से पुलिस को पांच लाख रुपए का डिमांड ड्राफ्ट मिला। यह ड्राफ्ट एक मेडिकल कॉलेज के नाम पर बना बताया गया। जांच में पता चला कि ड्राफ्ट पांवटा के व्यापारी ने ही दिया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अंतिम बार युद्धवीर को एक चर्चित महिला संग देखा गया था। बताया जा रहा है  युद्धवीर उसी लेडी के साथ कहीं गए थे। युद्धवीर के पास एडमिशन के ही 17 लाख रुपए कैश भी थे। जिसका कुछ पता नहीं लग पा रहा। पुलिस ने महिला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इसके साथ ही एक अन्य पुरुष को भी पुलिस ने पकड़ रखा है जिसकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। एसपी सिटी डा। जगदीश चंद्र ने बताया मामले की जांच की जा रही है। हर पहलू का बारीकी से अध्ययन हो रहा है। केस को जल्द वर्क आउट कर लिया जाएगा।

Posted By: Inextlive