कैंट में बापू देंगे 'सफाई' की गवाही
-कैंट बोर्ड 2019 तक कैंट को बनाएगा स्वच्छ छावनी
- कैंट बोर्ड ने ऑफिस में लगाई राष्ट्रपिता की मूर्ति - छावनी क्षेत्र में लगाए जाएंगे डस्टबिन, चलाएंगे सफाई अभियान एक्सक्लूसिव mitendra.gupta@inext.co.in Meerut । पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को साकार करने के लिए कैंट बोर्ड ने खाका खींच लिया है। कैंट बोर्ड 2019 तक स्वच्छ छावनी बनाने की योजना तैयार की है। इसके लिए इन तीन साल में कई चरणों में विशेष सफाई अभियान चलाएगा। कैंट बोर्ड ने इसके लिए ऑफिस में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ स्वच्छ भारत मिशन 2014-2019 की शुरूआत कर दी है। कैंट में लगाए जाएंगे डस्टबिन कैंट को स्वच्छ बनाने के लिए दो सौ से अधिक डस्टबिन लगाए जाएंगे। जिनमें कूड़े को सुबह और शाम को उठाया जाएगा। जिससे कहीं पर गंदगी न हो सके। गावड़ी में डालेंगे कूड़ाकैंट क्षेत्र से निकलने वाले कूड़े को कैंट बोर्ड नगर निगम से बात कर गावडी में ही डालेगा। इसके लिए कैंट बोर्ड या तो निगम को इसका खर्चा देगा। या फिर दूसरा विकल्प बाउंड्री रोड पर कूड़ाघर बनाने का भी है।
चलेगा विशेष सफाई अभियानइस तीन साल में छावनी को स्वच्छ रखने के लिए कैंट बोर्ड विशेष सफाई अभियान भी चलाएगा। खासकर नाली व नालों पर फोकस रहेगा। सभी जगह नाली का निर्माण कराया जाएगा।
10 मीट्रिक टन निकलता है कूड़ा कैंट बोर्ड से प्रतिदिन दस मीट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन निकलता है। फिलहाल यह कूड़ा कैंट बोर्ड गावड़ी में ही डाल रहा है। कैंट क्षेत्र में 90 हजार घर है जिनसे से यह कूड़ा निकलता है। --- कैंट क्षेत्र को स्वच्छ बनाने के लिए योजना बनाई गई है। ऑफिस में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति भी लगाई है। जिसमें 2019 तक उसको स्वच्छ रखने का संकल्प लिया गया है। इन तीन साल में कैंट में कूड़ाघर, डस्टबिन लगाए जाएंगे। साथ ही नाले व नालियों पर फोकस रहेगा कि वहां पर गंदी न रहे। राजीव श्रीवास्तव, सीईओ कैंट बोर्ड