- कैंट बोर्ड ने कब्जेदार को तीन दिन में स्थिति स्पष्ट करने को कहा

- जवाब न आने की स्थिति में एफआईआर दर्ज कराने की मांग की

- आबकारी अधिकारी से भी रिपोर्ट देने का किया आग्रह

Meerut : कैंट बोर्ड ने राजमहल में सील किए गए बार में चोरी छिपे मधुशाला के संचालन को लेकर मालिक सुषमा ढींगरा और रमेश ढींगरा के नाम नोटिस भेजा है। सीईओ डॉ। डीएन यादव की ओर से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि कैंट बोर्ड को विभिन्न स्रोतों से पता चला है कि सील तोड़कर इस बार का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में कार्यालय के आदेशों का खुला उल्लंघन करने की स्थिति में तीन दिन के अंदर जवाब देने को कहा है। अन्यथा की स्थिति में आपराधिक मामला दर्ज करवाकर उचित कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।

आबकारी डिपार्टमेंट को लेटर

राजमहल में सील के बावजूद बार के संचालन को लेकर सीईओ की ओर से जिला आबकारी अधिकारी को भी पत्र भेजा गया है। इसमें आग्रह किया गया है कि वे जांच कराकर अपनी रिपोर्ट दें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। बता दें कि पूर्व में आबकारी अधिकारी द्वारा दी गई रिपोर्ट में उल्लेखित था कि राजमहल में सील की कार्रवाई की ही नहीं गई थी और बार का संचालन हो रहा है। कैंट बोर्ड की ओर दावा किया गया था कि दो अप्रैल को राजमहल में संचालित बार को वैध ढंग से संचालित किए जाने के आरोप में सील कर दिया था।

मांगी थी एनओसी

बता दें कि दो अप्रैल को कैंट बोर्ड की कार्रवाई के बाद राजमहल के मालिकों द्वारा स्टेशन कमांडर से ख्ब् अप्रैल को अपील की गई थी कि वे बार को अपनी फ्री होल्ड प्रॉपर्टी में ट्रांसफर कर लेंगे। ऐसे में उन्हें बार संचालन के लिए एनओसी जारी कर दी जाए। इसमें यह भी कहा गया था कि वर्तमान में बार का संचालन बंद है। जिस प्रॉपर्टी पर बार संचालन को लेकर विवाद है, वार्ड एक सभासद प्रेम ढींगरा का वही स्थाई पता भी है।

तो अवैध रूप से रह रहे हैं

ढींगरा को भेजे गए पत्र में यह भी कहा गया है कि राजमहल बार एंड रेस्टोरेंट ओल्डग्रांट आवासीय बंगला संख्या क्87 आबूलेन में किया जा रहा है जो छावनी परिषद के अभिलेखों के अनुसार डीएन मदान के नाम पर आवासीय संपत्ति दर्ज है और इस पर आप अवैध रूप से काबिज हैं। साथ ही आवासीय संपत्ति में बिना सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive