फेंटेसी फिल्म्स का बड़ा मार्केट है भारत और इसी जॉनर में सुपरहीरो मूवीज का भी यहां बड़ा क्रेज़ है। हर साल कई ऐसी मूवीज बॉलीवुड को धूल चटा कर चली जाती हैं। वुमन्स डे पर मार्वल की पहली सोलो सुपर हेरोइन फिल्म 'कैप्टेन मार्वल' रिलीज हुई है आइये बताते हैं कैसी है ये फिल्‍म।

कहानी
कैसे हुआ कैप्टेन मार्वल का आगाज, यही है फिल्म की कहानी। ये एवेंजर्स की 1995 मूवी की प्रिकुएल है।

रेटिंग : 3.5 स्टार

समीक्षा
तो जी पहले बात करते हैं क्या क्या पसंद आया, फिल्म का स्केल काफी बड़ा है, और स्टोरी लाइन काफी सिंपल। कहने का मतलब ये है कि अगर आपने मार्वल यूनिवर्स की कोई भी अवेंजर फिल्म न भी देखी हो तो भी इसे समझने में कोई दिक्कत नही आएगी। दूसरी चीज अच्छी यह है कि फिल्म के टेक्निकल पहलू गजब हैं। इतने बढ़िया वीएफएक्स कम फिल्मों में ही देखने को मिलते हैं। फिल्म की साउंड मिक्सिंग और साउंड डिजाइन भी माइंड ब्लोइंग है। सभी किरदारों ने बहुत ही अच्छा काम किया है। फिल्म का आर्ट डायरेक्शन भी जबरदस्त है, या यूं कहूँ कि 90 के दशक का काफी नोस्टाल्जिया पैदा करती है। कास्टिंग भी बढ़िया है।

क्यों खास है ये फिल्म
स्टैन ली की तस्वीरों से बना हुआ मार्वल लोगो जब फिल्म के शुरू में आता है, तो स्टैन ली से जुड़ी हुई बातें और किरदार ज़ेहन में आने लगते हैं, और जब खुद स्टैन ली अपने चिर परिचित अंदाज में फिल्म में कैमियो करते है तो सम्मान और दुख से आंखें जरूर नम हो जाती हैं! यह फिल्म आपको एन्ड क्रेडिट में इशारा करती है कि कैसे कैप्टेन मार्वल अब अवेंजर्स एन्डगेम में आपको दिखाई दे सकती हैं।

 

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— Skip To The End (@sttepodcast) December 4, 2018

क्या है कमी
टिपिकल सुपर हीरो मूवी स्टोरी है, वही अवेंजर्स जैसी, इसलिए काफी प्रेडिक्टेबल है, तो कुल मिलाकर स्टैन ली ही बड़ी वजह हैं इस मूवी को देखने जाने के लिए। तो जरूर देखिए।

Review by : Yohaann Bhaargava and Ruslaan Sayed

Posted By: Chandramohan Mishra