- हाईटेक हो जाएगी प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था

- मेदांता हॉस्पिटल गुड़गांव करेगा बिहार के डॉक्टरों को अपडेट

- राजधानी पटना में हुई डॉक्टरों की अहम बैठक, दिया इलाज का नया टिप्स

- आईएमए अकादमी मेडिकल स्पेशलटी और मेदांता द्वारा कार्यशाला का आयोजन

PATNA: देश के पिछड़े प्रदेश बिहार में भी अब इलाज की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। मरीजों की बीमारियों को एक्सपर्ट से कंसल्ट करने के लिए मेदांता हॉस्पिटल गुड़गांव ने नई पहल की है। जल्द ही टेली मेडिसिन की सुविधा से चिकित्सा सेवा को लैस किया जाएगा। इसके बाद डॉक्टर मरीजों की जटिल बीमारियों के बारे में मेदांता के एक्सपर्ट डॉक्टरों से परामर्श लेकर इलाज कर सकेंगे। इसके लिए मेदांता इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरो साइंस के चेयरमैन डॉ एएन झा ने प्रयास तेज कर दिया है। शनिवार को आईएमए अकादमी मेडिकल स्पेशलटी और मेदांता अस्पताल के संयुक्त कार्यशाला में उन्होंने बिहार के 80 डॉक्टरों को चिकित्सा की नई तकनीक से अपडेट कराया।

बताया इलाज का हाईटेक तरीका

कार्यशाला में मेदांता हॉस्पिटल गुड़गांव के हृदय रोग विभाग के चेयरमैन डॉ प्रवीण चंद्रा और मानसिक रोग विभाग के चेयरमैन डॉ अजयनंद झा ने बिहार के डॉक्टरों को बताया कि हृदय रोग का पता लगाने का सबसे प्राथमिक तरीका कोरोनरी एंजियोग्राफी होता है। इस जांच के बाद यह निर्णय लिया जाता है कि धमनियों के अवरोध को एंजियोलास्टी से ठीक किया जा सकता है या बाइपास सर्जरी की आवश्यकता है। इसका निर्धारण ही मरीज और डॉक्टर के लिए चिंता का विषय होता है। निर्धारण में मुख्यत: हृदय धमनियों में अवरोध का स्तर मरीज की मेडिकल कंडीशन, उसका पारिवारिक इतिहास पर निर्भर करता है। पहले की तुलना में नई तकनीक जैसे ड्रग इल्लुतिंग स्टंट, बायो डीग्रेडबेल स्टंट, पारंपरिक स्टंट की तुलना में बेहतर साबित हुए हैं।

स्पाइनल का हर ऑपरेशन होगा सक्सेस

मानसिक रोग विभाग के चेयरमैन डॉ अजयनंद झा ने बताया कि स्पाइनल का हर ऑपरेशन अब सक्सेस होगा क्योंकि नई तकनीक का इजाद किया गया है। उन्होंने बताया कि इस तकनीक पर काफी दिनों से ब्रेन की सर्जरी कर रहे थे अब स्पाइनल के लिए भी मेदांता गुडगांव में इसका शुभारंभ किया जाएगा। इमेज गाइडेड सर्जरी से ऑपरेशन के दौरान पूरी स्थिति की जानकारी मिलती है। ऑपरेशन के लिए लगाया जा रहा पेच और स्क्रू सही जगह लग रहा है कि नहीं। इससे बिना किसी क्षति के ब्रेन टयूमर को निकालना काफी आसान है। ये अधिक उम्र के रोगियों के लिए वरदान है।

डॉक्टरों के साथ हुई चर्चा

मेदांता हॉस्पिटल गुड़गांव के मानसिक रोग विभाग के चेयरमैन डॉ अजयनंद झा ने बताया कि बिहार में जल्द टेली मेडिसिन की व्यवस्था दी जाएगी। शनिवार को राजधानी और प्रदेश के अन्य इलाकों से आए 80 से अधिक बड़े चिकित्सकों के साथ चर्चा की गई।

लगाया स्वास्थ्य कैंप

मेदांता हॉस्पिटल से आई वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम के साथ स्थानीय चिकित्सकों की टीम ने शनिवार को पेंशनर एसोसिएशन के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया। जिसमें क्ख्भ् मरीजों का इलाज किया गया।

Posted By: Inextlive