फिल्‍म पीके का विरोध कम नहीं हो रहा है. पीके को लेकर आज बनारस की एक अदालत में मुकदमा दर्ज किया गया. इसके अलावा जयपुर में भी फिल्‍म पीके' के निर्देशक निर्माता और अभिनेता के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. ऐसे में अब फिल्‍म पीके की जांच शुरू हो गयी है. इसके पहले कई हिंदू संगठनों ने हिंदू समाज के सम्मान और संस्कृति का मजाक उडाने का आरोप लगा इसे प्रतिबंध करने की मांग की थी.

वैमनस्य बढाने का मामला दर्ज
आमिर खान अभिनीत फिल्म पीके पर संकट के बादल टलने की बजाय अब बढ़ते ही जा रहे हैं. भले ही यूपी, बिहार और बीजेपी के नेताओं ने फिल्म की तारीफ की हो लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा है. यूपी और बिहार में तो सीएम ने फिल्म को टैक्स फ्री भी कर दिया है, लेकिन फिल्म का विरोध नहीं थम रहा है. सांगानेर के प्रतापनगर निवासी बसंत गहलोत ने कल 'पीके' के निर्देशक, निर्माता और अभिनेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. जयपुर के बजाज नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद थानाधिकारी चिरंजीलाल ने बताया कि पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. बसंत गहलोत ने भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, धर्म के आधार पर वैमनस्य बढाना का मामला दर्ज कराया. इसके साथ ही 295ए जान बूझकर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना के तहत मामला दर्ज किया गया है.

मामले की सुनवाई 6 जनवरी को होगी
वहीं दूसरी ओर बनारस में भी वकील कमलेश चंद्र त्रिपाठी ने फिल्म के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि मामला वाराणसी के एसीजेएम तरुण कुमार सिंह की अदालत में मुकदमा दाखिल किया है. कमलेश चंद्र का कहना है कि फिल्म में हिंदुओं की आस्था और देवी देवताओं को मनोरंजन का साधन बनाया गया है. जिससे उन्होंने भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए, 294 और 298 तहत मुकदमा दर्ज कराया है. इस पूरे मामले की सुनवाई 6 जनवरी को होगी. इसके अलावा हिन्दू संगठनों ने मनोरंजन के नाम पर हिंदू समाज के सम्मान और संस्कृति का मजाक उडाने का आरोप लगाते हुए इसपर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. गौरतलब है कि 19 दिसंबर को रिलीज हुई फिल्म पीके में आमिर खान मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म का निर्देशन राजकुमार हिरानी ने किया है. आमिर ने फिल्म में एलियन की भूमिका निभाई है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh