- यूपी नंबर की कार में ले जाई जा रही थी रकम

- दस्तावेज नहीं दिखा पाए आरोपी, कैश जब्त, जांच शुरू

देहरादून: दून-दिल्ली हाईवे पर चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक कार से 10 लाख रुपए का कैश जब्त किया. कार में दो लोग सवार थे जिन्होंने खुद को लखनऊ स्थित किसी कंपनी का वर्कर बताया और कैश कर्मचारियों की सैलरी के लिए दून लाना बताया. हालांकि वे इस संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए. पुलिस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को सूचना दी, आईटी की टीम ने भी दोनों से पूछताछ की और दस्तावेज न होने के कारण कैश अपने कब्जे में ले लिया है.

चेकिंग के दौरान पकड़ा कैश

लोकसभा चुनाव को देखते पुलिस ने काले धन की धरपकड़ के लिए निगरानी तेज कर दी है. सैटरडे नाइट को आशारोड़ी चेक पोस्ट पर पुलिस की टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी, इसी दौरान सहारनपुर की ओर से एक रेड कलर की कार को रोक तलाशी ली गई तो 10 लाख रुपए बरामद हुए. कार में तीन लोग सवार थे, जिन्होंने अपने नाम अरुण कुमार पुत्र देव प्रकाश निवासी 71 ग्राउंड फ्लोर सेक्टर-2, वेब सिटी गाजियाबाद व संजीव कुमार पुत्र हर स्वरूप निवासी गुलमोहर गार्डन राजनगर एक्सटेंशन, गाजियाबाद बताए.

बैग में छिपाकर रखा कैश

पुलिस ने चेकिंग के दौरान कार की पिछली सीट पर रखे बैग को खोला तो उसमें कपड़ों और पेपर्स के बीच नोटों की गड्डियां छिपाई गई थीं. नोट 2000 और 500 रुपए के थे, जिन्हें गिना गया तो कैश कुल 10 लाख रुपए निकला. पुलिस ने कैश के बारे में पूछताछ की तो कार सवारों ने बताया कि वे लखनऊ की आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वर्कर हैं. कंपनी के कई वर्कर देहरादून में भी रहते हैं, ये कैश उन्हें सैलरी देने के लिए है. पुलिस ने दस्तावेज दिखाने को कहा तो वे कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए. पुलिस ने कैश जब्त कर लिया और कार सवारों को थाने ले आई.

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट करेगा पड़ताल

पुलिस द्वारा मामले की सूचना इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को दी गई. आईटी की टीम भी थाने पहुंची लेकिन पूछताछ में कार सवार दोनों व्यक्ति कैश को लेकर पुख्ता जानकारी नहीं दे पाए. आटी की टीम नें कैश अपने कब्जे में ले लिया है और दोनों कार सवारों से दो दिन के भीतर दस्तावेज तलब किए हैं.

Posted By: Ravi Pal