- आरसीडी को लगाना चाहिए था हर लिंक रोड से पहले अवेयरनेस बोर्ड

- बेली रोड पर एक दर्जन से अधिक लिंक रोड होने से बढ़ी परेशानी

- आए दिन एक्सीडेंट का खतरा, ट्रैफिक डिपार्टमेंट के लिए बनी मुसीबत

PATNA : रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की ओर से शहर के विभिन्न हिस्सों में तेज रफ्तार वाली सड़क तो बना दी गई, मगर एक्सीडेंट जोन पर किसी की नजर नहीं गई। इस वजह से रफ्तार के शौकीन पटनाइट्स हर दिन एक्सीडेंट की चपेट में आ रहे है। सिर्फ बेली रोड पर हर दिन दो से पांच एक्सीडेंट की घटना हो रही है। इसमें कुछ सीरियस तो कुछ नॉर्मल एक्सीडेंट की घटना शामिल है। इस आंकड़े की पुष्टि क्08 एंबुलेंस और ट्रैफिक के आंकड़े भी कर रही है। इनके अनुसार अब तक राजाबाजार एरिया को ही एक्सीडेंट जोन माना जा रहा था, लेकिन अब पूरा बेली रोड एक्सीडेंट जोन बन गया है। गुरुवार को ललित भवन के पास एक्सीडेंट में दो बाइक चालक की जान बच गई, जबकि प्रत्यक्षदर्शी सुशील सौरभ ने बताया कि जैसी टक्कर हुई थी जान बचना मुश्किल था लेकिन लोकल लोग और पुलिस की मुस्तैदी से दोनों को जल्दी हॉस्पीटल भेजा गया। यही घटना शुक्रवार को हड़ताली चौराहा से आगे ऑफिसर्स फ्लैट के पास हुई। जब एक फोर व्हीलर की चपेट में ऑफिसर्स फ्लैट से निकलने वाली बाइक आ गई और एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।

लिंक रोड की नहीं दी जानकारी

बेली रोड पर वाहनों का प्रेशर अधिक है। वहीं लिंक रोड से निकलने वाली गाडि़यों की स्पीड भी कम नहीं है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट के डीएसपी एनएम झा की मानें तो सिर्फ बेली रोड पर दो दर्जन से अधिक लिंक रोड है। वाहनों की स्पीड भी काफी अधिक रहती है। इसे कंट्रोल करने का एक ही तरीका है कि इन लिंक रोड को बेली रोड पर आने से पहले उसकी स्पीड को कंट्रोल कर लिया जाए। यह तभी हो सकता है जब बेली रोड के लिंक रोड की सूचना और गाडि़यों की स्पीड का बोर्ड रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट की ओर से लगाया जाए ताकि लोग अवेयर हों और स्पीड कंट्रोल में रखें।

दो दर्जन से अधिक लिंक रोड

जानकारी हो कि इनकम टैक्स से सगुना मोड़ तक बेली रोड पर दो दर्जन से अधिक लिंक रोड है। सड़क के दोनों तरफ घनी आबादी है। तीस से अधिक लिंक रोड में से सिर्फ पांच जगहों पर रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट ने बोर्ड लगाया है। उसमें भी लिंक रोड का सूचना बोर्ड लिंक रोड पर लगा है, जबकि इसकी सूचना पहले देनी चाहिए ताकि गाडि़यों की स्पीड कंट्रोल में रहे।

ट्रैफिक पुलिस का काम चौराहों पर पहुंचने वाली गाडि़यों को कंट्रोल करना है। स्पीड कंट्रोल करने के लिए कई डिपार्टमेंट को एक साथ काम करना होगा। हर गाड़ी के पीछे नहीं चला जा सकता है।

- पीके दास, ट्रैफिक एसपी

रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट ने कुछेक लिंक रोड से पहले ग्रीन बोर्ड लगाया है। उस पर कहीं पेड़ की डाली तो कहीं विज्ञापन के बोर्ड लटक रहे हैं। इससे ग्रीन बोर्ड दिखता ही नहीं।

- चंद्रमोहन मिश्रा, इंजीनियर, रोड कंस्ट्रक्शन

Posted By: Inextlive