तीन माह पूर्व सीबीआई ने नाॅर्थ सेंट्रल रेलवे के अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा गया था। इसके बाद जांच में उनके पास 84 लाख रुपये की आय से अधिक संपत्ति मिली।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW : सीबीआई ने प्रयागराज स्थित नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के सीनियर डिवीजनल सिग्नल एंड टेलीकॉम इंजीनियर नीरज पुरी गोस्वामी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज कर लिया है। सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने बीती 8 मार्च को प्रयागराज स्थित शार्प इंटरप्राइजेस के प्रोजेक्ट मैनेजर अवधेश मिश्र की शिकायत पर नीरज पुरी गोस्वामी को उसके मातहत डिवीजनल सिग्नल एंड टेलीकॉम इंजीनियर पीके सिंह के साथ पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। वहीं उनके घर पर छापेमारी में सीबीआई ने 63 लाख रुपये नगद बरामद किए थे। सीबीआई की जांच में नीरज पुरी गोस्वामी द्वारा अक्टूबर 2016 से मार्च 2019 के बीच करीब 85 लाख रुपये की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद उनके खिलाफ एक और केस दर्ज कर लिया गया है।बिल भुगतान को मांगी थी रिश्वत
मालूम हो कि शार्प इंटरप्राइजेस के प्रोजेक्ट मैनेजर अवधेश मिश्र ने सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच में शिकायत की थी कि नीरज पुरी गोस्वामी और पीके सिंह बिलों का भुगतान करने के एवज में पांच लाख रुपये रिश्वत मांग रहे हैं जिसके बाद सीबीआई की टीम ने प्रयागराज स्थित उनके ऑफिस में रिश्वत की रकम लेते रंगे हाथों दबोच लिया था। सीबीआई ने जब उनकी चल-अचल संपत्तियों की पड़ताल शुरू की तो सामने आया कि नीरज पुरी गोस्वामी ने पहले भी काली कमाई करके लाखों रुपये की संपत्ति जुटाई है और ये उनकी कुल आय से करीब 300 फीसद ज्यादा है। सीबीआई ने उनकी सभी संपत्तियों, बैंक खातों की पड़ताल के बाद 85 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता लगाया। इसमें करीब 13 लाख रुपये की ज्वेलरी भी शामिल है जो नीरज पुरी ने प्रयागराज के सात ज्वेलर्स से अलग-अलग नामों से खरीदी थी ताकि जांच एजेंसियों को धोखा दिया जा सके। जांच में उनके दिल्ली में दो मकान और नोएडा में एक फ्लैट का भी पता चला है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari