- 10 हजार गाडि़यां रोजाना करती है एक्सप्रेस वे पर आवागमन

- 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार ही एक्सप्रेस वे पर अनुमन्य

- 25 पेट्रोलिंग वाहन एक्सप्रेस वे की सुरक्षा को यूपीडा ने किए तैनात

- 200 सिक्योरिटी गार्ड भी किसी भी मुसीबत से निपटने को लगाए गये

- 27 पीआरवी यूपी-100 की एक्सप्रेस की सिक्योरिटी में लगाई गयी

- 10 एंबुलेंस भी एक्सप्रेस वे पर तैनात आकस्मिक स्थिति के लिए

- यूपीडा ने एक्सप्रेस वे पर 50 नाइटविजन सीसीटीवी लगाए

- गाडि़यों की बेतहाशा रफ्तार की कंट्रोल रूम को होगी जानकारी

- रेस्क्यू वाहनों के रिस्पांस टाइम को भी परखा जा सकेगा

LUCKNOW: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आए-दिन हो रहे सड़क हादसों की वजह से तमाम यात्रियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है जिस पर अब काफी हद तक लगाम लगने की उम्मीद जगी है। यूपी एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) ने एक्सप्रेस वे पर 50 नाइट विजन सीसीटीवी लगाए है जो बेतरतीबी से इस सड़क पर फर्राटा भरने वाले वाहनों पर नजर रखेंगे और उनका चालान करके यातायात नियमों का पालन करने को प्रेरित करेंगे। एक्सप्रेस वे पर लगाए गये इन 50 सीसीटीवी ने काम करना शुरू कर दिया है और इसके बेहतर नतीजे सामने आने लगे है।

दस हजार गाडि़यों पर नजर

उल्लेखनीय है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर रोजाना करीब 10 हजार गाडि़यों का आवागमन होता है। यह एक्सप्रेस वे पूरी तरह एक्सेस कंट्रोल होने की वजह से अक्सर वाहन चालक यहां पर तेज गति से गाड़ी चलाने लगते है जो कभी-कभी खतरे का सबब भी बन जाता है। इसी वजह से यूपीडा ने एक्सप्रेस वे पर तेज गति से वाहन चलाने वालों पर नजर रखने के लिए यह व्यवस्था की है। इसकी मदद से अब एक्सप्रेस वे की रियल टाइम मॉनीटरिंग और सर्विलांस का काम संभव हो सकेगा। अब यदि किसी ने एक्सप्रेस वे पर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा तेजी से अपनी गाड़ी चलाई तो इन कैमरों के माध्यम से उसका चालान किया जा सकेगा। इसके लिए ई-चालान की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि एक्सप्रेस वे के नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन स्वामी बच न सकें। इसके अलावा इन सीसीटीवी के माध्यम से एक्सप्रेस वे के पेट्रोलिंग वाहनों, रिकवरी वैन और एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम भी परखा जा सकेगा।

पूर्वाचल एक्सप्रेस वे की भी समीक्षा

यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने गुरुवार को लखनऊ से बलिया तक बनने वाले पूर्वाचल एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्यो की भी समीक्षा की और अफसरों को तेज गति से कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुपालन में अगले वर्ष तक पूर्वाचल एक्सप्रेस वे की मुख्य सड़क का कार्य पूरा किया जाना है। इसके अलावा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना 'गंगा एक्सप्रेस वे' के प्रोजेक्ट डेवलमेंट एंड डीपीआर कंसल्टेंट के लिए चुनी गयी कंपनियों को लेटर ऑफ अवार्ड भी जारी किया गया है।

कोट

एक्सप्रेस वे पर तेज गति से वाहन चलाने की वजह से कई बार दुर्घटनाएं होती है। इसकी वजह से एक्सप्रेस वे पर 50 नाइट विजन सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं जो दिन-रात गुजरने वाली हर गाड़ी पर नजर रखेंगे। यातायात नियमों की अवलेहना करने वालों का चालान सीसीटीवी के माध्यम से किया जा सकेगा। हमारी कोशिश है कि एक्सप्रेस वे पर लोगों का सफर सुरक्षित हो।

अवनीश कुमार अवस्थी

सीईओ, यूपीडा

Posted By: Inextlive