Meerut : कैंट बोर्ड के आलाधिकारियों ने आखिर सीईई अनुज सिंह को चार्जशीट थमा ही दी. जिसके बाद साफ हो गया है कि कैंट बोर्ड पूरी तरह से बोर्ड मीटिंग में रखे गए आरोपों को सही मानकर सीईई को ही मुख्य आरोपी मान रही है. वैसे ताज्जुब की बात ये रही कि कैंट बोर्ड के अधिकारियों को सीईई को चार्जशीट देने के लिए डाक सेवा का सहारा लेना पड़ा. वहीं कैंट बोर्ड के अधिकारियों को मध्य कमान के निर्देशों का अब भी इंतजार है.


डाक से भेजी चार्जशीट कैंट बोर्ड ने सीईई अनुज सिंह पर लगाए सात आरोपों की चार्जशीट उन्हें डाक सेवा से भेज दी है। वैसे डाक सेवा से चार्जशीट भेजने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि सीईई रोज कैंट  बोर्ड में स्थित अपने चैंबर में बैठ रहे हैं तो हाथों में क्यों नहीं थमाई गई? वहीं कैंट बोर्ड का कहना है कि डाक सेवा से भेजने का मकसद सिर्फ चीजें ऑन रिकॉर्ड करना ताकि बाद में कोई मुकर न सके। वैसे ये चार्जशीट कैंट बोर्ड ने 31 दिसंबर को भेजा है।निर्देशों का इंतजार
कैंट बोर्ड को अब भी मध्य कमान के निर्देशों का इंतजार है। अधिकारियों की माने तो 26 जनवरी को कैंट बोर्ड की जनरल बोर्ड मीटिंग में सीईई के संबंध में जो अनुशंसा की गई थी और मध्य कमान को भेजी थी उन पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। जैसे ही कोई जवाब आएगा उसी तरह से कार्रवाई की जाएगी।'सीईई को डाक से चार्जशीट भेज दी गई है। आगे हमें मध्य कमान के निर्देशों का इंतजार है। वो जैसा कहेंगे उसी प्रकार आगे की कार्रवाई की जाएगी.'- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड

Posted By: Inextlive