एंगेला मर्केल के तीसरी बार जर्मनी का चांसलर बनने का रास्ता साफ़ हो गया है.


रविवार को जर्मनी में हुए फेडरल चुनावों में मौजूदा चांसलर एंगेला मर्केल की पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेट (सीडीयू) को 42 प्रतिशत मत मिले हैं. एंगेला मर्केल की पार्टी का यह 1990 के बाद सबसे अच्छा प्रदर्शन है.इसके साथ ही सीडीयू सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, हालांकि उन्हें बहुमत नहीं मिला है.शुरुआती नतीजों के मुताबिक़ उनके गठबंधन सहयोगी फ़्री डेमोक्रेट्स को संसद में रहने के लिए ज़रूरी पांच प्रतिशत मत नहीं मिल पाए हैं. ऐसे में कयास लग रहे हैं कि अब उन्हें सोशल डेमोक्रेट्स के साथ बड़ा गठबंधन करना पड़ेगा, जिन्हें एक चौथाई से कुछ ज़्यादा मत मिले हैं.दिल से शुक्रियाएफडीआई से आगे रहने वाले दलों में ग्रीन पार्टी (8.4 प्रतिशत) और कम्युनिस्ट लेफ्ट पार्टी (8.6 प्रतिशत) शामिल हैं.
हालांकि नए गठबंधन के गठन के बारे में मर्केल ने कहा कि अभी इस बारे में "यह कहना जल्दबाज़ी होगी कि हम क्या करेंगे."बीबीसी संवाददाता के मुताबिक लग रहा है कि 59 वर्षीय चांसलर सरकार के गठन के लिए जटिलताओं को स्वीकार कर रही हैं.एक टीवी साक्षात्कार के दौरान मर्केल ने कहा, "यह भी हो सकता है कि हम ऐसे किसी को न खोज पाएं जो हमारे लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो."


सीडीयू के संसदीय दल के नेता वोल्कर कौदर ने कहा कि पार्टी को "सरकार के गठन के लिए मतदाताओं से स्पष्ट जनादेश दिया है." उन्होंने कहा कि नतीजे बताते हैं कि "मतदाता चाहते हैं कि एंगेला मर्केल तीसरी बार चांसलर बनें."

Posted By: Satyendra Kumar Singh