केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना में शामिल श्रृंग्वेरपुर को इंटरनेशनल पहचान दिलाने की कवायद शुरू

ALLAHABAD: संगम की रेती पर अगले वर्ष कुंभ का आयोजन होने जा रहा है तो उसकी महत्ता में चार चांद लगाने का काम श्रृंग्वेरपुर भी करेगा। यहां प्रभु श्रीराम माता जानकी व भाई लक्ष्मण के साथ वनवास के दौरान पहुंचे थे। केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना में इसे शामिल किया गया है। इससे श्रृंग्वेरपुर के विकास की राह खुलने जा रही है। पर्यटन मुख्यालय ने 28 करोड़ रुपए का बजट रिलीज कर दिया है, जिससे यहां सौंदर्यीकरण और विकास कार्य शुरू कराए जाएंगे।

यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन को जिम्मेदारी

पर्यटन विभाग के लखनऊ स्थित मुख्यालय से कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को श्रृंग्वेरपुर के विकास व सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कारपोरेशन की टीम ने जनवरी के तीसरे सप्ताह में श्रृंग्वेरपुर का निरीक्षण किया था। इसके बाद फरवरी के पहले सप्ताह से यहां कार्य भी शुरू करा दिया गया। मुख्यालय से श्रृंग्वेरपुर में कार्यो को पूरा करने की अंतिम समय सीमा सितम्बर तक निर्धारित की गई है।

28 करोड़ से होने हैं ये काम

-संध्या घाट का सौंदर्यीकरण

-रामचौरा घाट का सौंदर्यीकरण

-दो किमी का पाथ वे और इंटर लाकिंग

-चालीस सोलर लाइट

-सीता कुंड का सौंदर्यीकरण

-टूरिस्ट फैसलिटी सेंटर

-एसी वेटिंग रूम व वाटर कूलर की व्यवस्था

श्रृंग्वेरपुर का संक्षिप्त परिचय

इलाहाबाद से चालीस किमी दूर इलाहाबाद-लखनऊ मार्ग पर स्थित है। प्रभु श्रीराम की चरण रज से धन्य होने की वजह से श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। इसका वर्णन गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस के अयोध्या कांड में किया है। जनश्रुति है कि यहां गंगा के तट पर श्रृंगी ऋषि का आश्रम था, जिन्होंने राजा दशरथ के लिए पुत्रेष्ठि यज्ञ कराया था। मान्यता यह भी है कि वनवास के दौरान प्रभु श्रीराम ने निषाद राज से यहीं भेंट की थी। माता सीता ने कुंड में स्नान किया था और प्रभु ने राम चौरा में ध्यान लगाया था।

क्या है स्वदेश दर्शन योजना

केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के अन्तर्गत प्रभु श्रीराम जिन-जिन स्थानों से गुजरे थे उन स्थानों को रामायण सर्किट से जोड़कर उसके सौंदर्यीकरण व विकास का लक्ष्य बनाया गया है। ताकि स्थलों को इंटरनेशनल पहचान और पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। उप्र में अयोध्या व चित्रकूट के साथ श्रृंग्वेरपुर को भी योजना में शामिल किया गया था।

श्रृंग्वेरपुर के सौंदर्यीकरण के लिए केन्द्र ने एक महीने पहले ही बजट रिलीज कर दिया था। आवश्यक कार्रवाई पूरी होते ही उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन को कार्य कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कार्य को सितम्बर तक पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है।

अनुपम कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी

Posted By: Inextlive