दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बड़े स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य अधूरा

केंद्र सरकार ने एनएचएआई से तलब की प्रोग्रेस रिपोर्ट

3.5 किमी के पैच में डासना के किसानों के साथ कुछ मतभेद

52 स्ट्रक्चर का निर्माण पूर्ण हो चुका है एनएचएआई के मुताबिक

79 स्ट्रक्चर का निर्माण होना है डासना -मेरठ के बीच

Meerut। केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी का अप्रैल तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरने का दावा पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। एक्सप्रेस-वे पर डासना से मेरठ तक बड़े स्ट्रक्चर का निर्माण होना बाकी है तो वहीं प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य भी अधूरा है। बराल परतापुर के समीप इंटरचेंज के निर्माण को पूरा होने में अभी समय लगेगा। सबकुछ ठीकठाक रहा तो दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का निर्माण अगस्त तक पूर्ण हो सकता है। हालांकि डासना में करीब 3.5 किमी के पैच में किसानों के साथ कुछ इश्यू का शार्टआउट होना भी महत्वपूर्ण है।

अटका है परतापुर इटरचेंज का कार्य

मेरठ में परतापुर पर एक इंटरचेंज का निर्माण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे परियोजना के कराया जा रहा है। इस इंटरचेंज पर गत दिनों काम रुका रहा, बारिश के अलावा विभिन्न कारणों के चलते इंटरचेंज का कार्य प्रभावित हो रहा है तो वहीं परतापुर में ही आरओबी का निर्माण कार्य भी बारिश के चलते गत दिनों प्रभावित रहा। यहां आरओबी के समीप स्थित प्रतिष्ठानों और निर्माणों को हटाया जाना बाकी है, जिसके लिए एनएचएआई ने वैल्यूशन तो करा लिया किंतु अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है।

अंडरपाथ और पुल का अटके

एक्सप्रेस-वे के चौथे चरण में डासना से मेरठ के बीच काशी, सौलाना, चूडि़याला आदि स्थानों पर अंडरपाथ का निर्माण कार्य भी अटका पड़ा है। कु छ पुलों का निर्माण कार्य भी अभी पूरा नहीं हो सका है। डासना से मेरठ के बीच कई स्थानों पर सड़क का निर्माण भी अधूरा है। अछरौंडा, सौलाना गांवों के समीप सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है, काशी गांव से निकलते ही एक्सप्रेस-वे के एलाइंगमेंट के बीच में फसल खड़ी है। यहां किसानों के साथ एनएचएआई का भूमि अधिग्रहण विवाद है। किसान लगातार मुआवजे को लेकर दबाव बना रहे हैं। एक्सप्रेस-वे की राह में कुछ जगहों पर हाईटेंशन लाइन को भी शिफ्ट किया जाना है कुछ स्थानों पर पोल/पिलर्स को ऊंचा किया जाना है।

डासना में कड़ी चुनौती

एक्सप्रेस-वे के निर्माण में डासना में एनएचएआई को कड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां कुछ किसानों से अधिग्रहण पर बात नहीं बन सकी है तो वहीं अलीगढ़ रेलवे लाइन पर आरओबी की मंजूरी नहीं मिली है। जबकि आरओबी को बनने के लिए 6-8 माह का वक्त लगेगा। यूपी गेट से डासना के बीच 14 लेन एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य प्रस्तावित है जबकि एनएचएआई अभी बीच की 6 लेन का निर्माण कर रही है। डासना से हापुड़ के बीच करीब 5 किमी के प्रस्तावित एलीवेटेड रोड पर भी अभी पेंच फंसा है, इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं कराया जा सका है।

चार चरण में पूरा होगा निर्माण

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य 4 चरण में पूरा होगा। जिसमें सराय काले खां से यूपी गेट तक 9 किमी की 14 लेन सड़क का निर्माण पूर्ण हो गया है। गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकापर्ण भी कर चुके हैं। दूसरे चरण में यूपी गेट से डासना के बीच 19.2 किमी लंबा 14 लेन का एक्सप्रेस-वे प्रपोज्ड है जिसमें से 6 लेन पर निर्माण कार्य संचालित है। करीब 60 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। तीसरे चरण में डासना से हापुड़ तक 22.3 किमी लंबी 6 लेन सडक का निर्माण कार्य 70 फीसदी तक पूर्ण हो चुका है जबकि चौथे चरण में डासना से मेरठ के बीच 32 किमी 6 लेन सड़क का निर्माण कार्य जारी है। यहां 40 फीसदी तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

केंद्र सरकार ने मांगा जबाव

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य पर केंद्र सरकार ने एनएचएआई से प्रगति रिपोर्ट तलब की है।

नियत समय में एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा करने के निर्देश।

केंद्र सरकार और राज्य सरकार के अधिकारियों ने कमिश्नर और डीएम को रुकावटें दूर करने को कहा।

डासना में करीब 3.5 किमी एक्सप्रेस-वे के निर्माण में कुछ इश्यू आ रहे हैं। इसे छोड़कर अगस्त 2019 तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। बारिश के चलते भी एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है।

किशोर कान्याल, परियोजना अधिकारी, एनएचएआई

Posted By: Inextlive