- संवेदना ट्रस्ट के वार्षिकोत्सव में पुरस्कारों से नवाजे गए सेरेब्रल पालसी से ग्रसित बच्चों के पैरेंट्स

- बच्चों के रिहैबिलिटेशन में बेहतरीन योगदान देने पर हुई प्रशंसा

संवेदना ट्रस्ट के वार्षिकोत्सव में पुरस्कारों से नवाजे गए सेरेब्रल पालसी से ग्रसित बच्चों के पैरेंट्स

- बच्चों के रिहैबिलिटेशन में बेहतरीन योगदान देने पर हुई प्रशंसा

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: सेरेब्रल पालसी से ग्रसित बच्चों को रिहैबिलिटेशन में जितना योगदान थेरेपी का होता है और उतना ही त्याग और बलिदान उनके पैरेंट्स को भी करना पड़ता है। तभी ये बच्चे विकलांगता से बाहर आकर आत्मनिर्भर हो पाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए संवेदना ट्रस्ट ने अपने वार्षिकोत्सव में पैरेंट्स को सम्मानित किया। इस मौके पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए बेहतरीन परफॉर्मेस देकर ऑडियंस का दिल जीत लिया।

इनको किया गया सम्मानित

संवेदना के रिहैव केंद्र में बेहतर प्रयास करने हेतु श्रेष्ठ पिता का पुरस्कार लखनऊ के अशोक कुमार, जौनपुर के पुष्पेंद्र मौर्या, श्रेष्ठ माता का पुरस्कार अलीगढ़ की सुखप्रीत कौर व लखनऊ की नीरू द्विवेदी को दिया गया। श्रेष्ठ दादा-दादी का पुरस्कार इलाहाबाद के योगेश व प्रमिला अरोरा को मिला। कार्यक्रम के दौरान इनके प्रयासों की सराहनी भी की गई। इसके अलावा श्रेष्ठ सीनियर बच्चे का पुरस्कार लखनऊ की अपराजिता व जूनियर बच्चा इलाहाबाद के प्रियांशु भारतीय को चुना गया। स्कूलों में अच्छे प्रदर्शन के लिए गोरखपुर की यशी सिंह व इलाहाबाद के अविनाश सिंह को सम्मानित किया गया।

उत्साहित कर गया हर लम्हा

कार्यक्रम के दौरान सेरेब्रल पालसी से ग्रसित बच्चों ने स्टेज पर परफॉर्म कर सभी को रोमांचित कर दिया। डांस इंडिया डांस के शारीरिक विकलांग कलाकार कमलेश पटेल ने बेहतरीन डांस पेश किया। मुख्य अतिथि सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने विश्व स्तर पर संवेदना के योगदान की प्रशंसा की तो विशिष्ट अतिथि डीएम भवनाथ सिंह ने ट्रस्ट को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इसके पहले हुई थेरेपिस्टों की कार्यशाला की अध्यक्षता जेबी राय ने की। शुभारंभ डॉ। कपिल कुलश्रेष्ठ ने किया। ट्रस्ट के सचिव डॉ। जितेंद्र जैन ने बताया कि सेरेब्रल पालसी के परीक्षण के आधार पर ही थेरेपी का तरीका निर्धारित होना चाहिए। थेरेपी के बावजूद बच्चों में जकड़न या शारीरिक विकृति बढ़ने पर सर्जरी का सहारा लिया जाता है। आधुनिकतम सर्जरी सिमलॉस ऐसे बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है।

Posted By: Inextlive