JAMSHEDPUR : कोल्हान को भारत से अलग देश बताकर अलग झंडा फहराने की घोषणा करने वाले सेवानिवृत्त अपर समाहर्ता रामो बिरूवा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। देशद्रोह का केस में फंसे रामो बिरूवा को शुक्रवार को डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में छापेमारी कर एसपीजी मिशन कंपाउंड स्थित उसके मकान से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में रामो बिरूवा सहित 45 लोगों पर मुफ्फसिल थाने में राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया गया है। इसी मामले में रामो के सहयोगी मुन्ना बान सिंह को 17 दिसंबर 2017 को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

 

छह माह से था फरार

डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि 18 दिसंबर 2017 को रामो बिरूवा अपने सहयोगियों के साथ कोल्हान गवर्नमेंट इस्टेट द्वारा 20वें रक्तहीन बलिदान दिवस मनाने की पूरी तैयारी की जा रही थी। पुलिस इसे लेकर सतर्क थी। इसे लेकर रामो बिरूवा के प्रमुख सहयोगी मुन्ना बान सिंह को कार्यक्रम स्थल से गिरफ्तार कर लिया गया था। रामो ने कहा था कि ¨बदीबासा गांव में कोल्हान देश का झंडोत्तोलन किया जाएगा। इसकी भनक मिलते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया था। इसके बाद से रामो बिरूवा फरार चल रहा था।

 

खुद को बता रहा था कोल्हान का मालिक

मानकी-मुंडा ने सूचना दी थी कि रामू बिरूवा खुद को कोल्हान देश का मालिक बता रहा है। उसने 18 दिसंबर को खूंटपानी प्रखंड के भोया में झंडोतोलन की तैयारी की थी। रामो ने असंवैधानिक तरीके से मुंडा मानकी प्रथा की अवहेलना कर रहा है। उसने अपनी ओर से मानकी मुंडा बहाल कर रखा है। वह भू-लगान वसूल रहा है और सरकार की ओर से नियुक्त मानकी मुंडा को असंवैधानिक करार दिया है।

 

पहले भी जा चुका है जेल

रामो बिरुवा रिटायरर्ड एडीएम (अपर जिला समाहर्ता) है। वह मंझारी प्रखंड के भागाविला गांव का रहनेवाला है। अपने आप को कोल्हान का खेवटदार मालिक इन काउंसिल, कोल्हान गवर्मेंट इस्टेट बताता है.कोल्हान का मालिक बताकर मालगुजारी वसूलने के आरोप में रामो बिरूवा को पूर्व में भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल चुकी थी लेकिन वह हाईकोर्ट से जमानत पर छूटने के बाद छिप छिपकर रहने लगा था।

Posted By: Inextlive