सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने प्रभावी जन लोकपाल की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के समर्थकों से शाम पांच बजे प्रधानमंत्री के सात रेस कोर्स स्थित आवास के बाहर शांतिपूर्ण ढंग से एकत्रित होने के लिए कहा.


उन्होंने कहा कि यदि मामले में कोई सहमति नहीं बनती है तो वह देशभर के अन्ना समर्थकों से शनिवार से 'दिल्ली चलो' अभियान में शामिल होने का आह्वान करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार से अन्ना समर्थकों की चौथे दौर की बातचीत के लिए कोई समय निर्धारित नहीं हुआ था. सरकार की ओर से कहा गया था कि वे बातचीत का समय बताएंगे.इससे पहले केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा था, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार के कुछ लोग वार्ता को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं. हम एक सहमति पर पहुंच गए थे." केजरीवाल ने वर्तमान स्थिति के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम को जिम्मेदार ठहराया.


उन्होंने कहा, "सिब्बल और चिदम्बरम ने बातचीत की प्रक्रिया का सख्त विरोध किया है. शायद इसीलिए सरकार ने उन मुद्दों पर यू-टर्न लिया है जिन पर पहले वह सहमत थी." केजरीवाल ने कहा, "हम कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति के शिकार हुए हैं. हमने चिदम्बरम और सिब्बल जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत की लेकिन इसका अब तक कोई नतीजा नहीं निकला. हम किससे बात करेंगे."

उन्होंने कहा कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है इसलिए पुलिस को कोई कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है. यदि इसके बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई करती है तो हम गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं. प्रभावी जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर गुरुवार को अन्ना के अनशन का दसवां दिन है.

Posted By: Kushal Mishra