Patna: यह जानकर आश्चर्य होगा कि जिस इंफेक्शन की पहचान करने में डॉक्टरों को भारी परेशानी होती थी अब वही धीरे-धीरे लाइफ स्टाइल डिजीज बनता जा रहा है.


प्रॉब्लम दिन ब दिन बढ़ती चली गईआंख, दांत और बदन दर्द जैसी नॉर्मल दिखने वाली कंप्लेन अब लाइफ स्टाइल डिजीज में शामिल होने लगा है। इसको लेकर एक्सपर्ट के पैनल ने जब जांच की तो कई चौंकाने वाली चीजें सामने आईं। एक्सपर्ट की मानें तो लोगों के लाइफ स्टाइल चेंज होने से प्रॉब्लम दिन ब दिन बढ़ती चली गई। अब तक डायबिटिज, गर्दन दर्द, ओवर वेट जैसी कंप्लेन को ही लाइफ स्टाइल डिजीज माना जाता रहा है, लेकिन अब इसकी लिस्ट में ऐसे कई और नाम जुड़ गए हैं जिसके बारे में लोगों को कोई खास जानकारी नहीं थी। लाइफ स्टाइल को चेंज कर दीजिए
इस संबंध में आईएमए के प्रेसीडेंट डॉ। राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि रिपोर्ट यह बताती है कि इंफेक्टेड डिजीज की तुलना में लाइफ स्टाइल डिजीज की संख्या काफी बढ़ी है। इसे कंट्रोल करने का सबसे अच्छा तरीका लाइफ स्टाइल को चेंज करना ही है। इंफेक्टेड डिजीज अब बच्चों में सबसे अधिक पाया जाने लगा है। लेकिन लाइफ स्टाइल डिजीज वाले पेशेंट की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। पहले पेट और डायबिटीज जैसी बीमारियों को ही लाइफ स्टाइल माना जाता था। पीएमसीएच के फिजिशियन डॉ। राजन ने बताया कि अब आंख, दांत और कान पर भी लाइफ स्टाइल का असर दिखने लगा है।अब बढ़ते जा रहा है लाइफ स्टाइल डिजीजडायबिटीज - खान पान में लापरवाही और एक्सरसाइज को इग्नोर करने की वजह से पटनाइट्स इसकी चपेट में अधिक आ रहे हैं। स्पांडलाइटिस - प्रापर पॉश्चर नहीं होने से इस तरह की परेशान बढऩे लगी है। काफी हद तक गलत ढंग से बाइक चलाने से भी परेशानी आती है। स्केमिक हार्ट डिजीज - हार्ट डिजीज के रूप में स्केमिक हार्ट डिजीज गलत खान-पान और अल्कोहलिक हैबिट की वजह से हो रहा है। साइकियाट्रिक डिसआर्कर - हाइपरटेंशन की वजह से कभी-कभी दिमागी संतुलन खोने लगता है। यह आसपास के निगेटिव एप्रोच की वजह से होता है। हार्मोनल डिजीज - गलत खान-पान से हार्मोनल डिजीज आम प्राब्लम है। इससे कई क्रिटिकल प्राब्लम होने लगी है। स्मोकिंग ब्रोंकाइटिस - स्मोकिंग करने वाले इस बीमारी की चपेट में आते हैं। इसमें सांस की नली में कई तरह की परेशानी आती है। अल्कोहलिक - अल्कोहल का सेवन अधिक  करने से लीवर इंफेक्टेड होने का चांस रहता है। पटनाइट्स के बीच अल्कोहलिक डिजीज आम बनता जा रहा है।


फैटी लिवर व सिरोसिस डिजीज - सिलेंड्रिकल लाइफ स्टाइल में मूवमेंट और एक्सरसाइज को इग्नोर करना आम बात है। इससे फैटी लिवर डिजीज भी अब आम बीमारी होती जा रही है। आंख - अधिक समय तक कंप्यूटर पर काम करने से ड्राई आई सिंड्रोम आम डिजीज है। इसके अलावा ग्लूकोमा भी लाइफ स्टाइल डिजीज से जुड़ता जा रहा है। दांत - गर्म और ठंडा खाने के बीच अंतर न होना और फास्ट फूड की वजह से दांत की प्राब्लम की कंप्लेन बढ़ गई है। कैरिज भी अब लाइफ स्टाइल डिजीज बनता जा रहा है। इन डाइजेस्टिव डिजीज - रात में देर तक जागना और खाने में हेवी डोज लेने से इन डाइजेस्टिव डिजीज लाइफ स्टाइल इग्नोरेंस की वजह से बढ़ता जा रहा है।(एम्स के कार्डियोथेरोसिस सर्जन डॉ। संजीव कुमार से बातचीत पर आधारित) कंट्रोल का तरीका - सुबह जल्दी सोने और जल्दी उठने का हैबिट डेवलप करें।- सुबह उठते ही एक्सरसाइज और योगा पर ध्यान देना चाहिए।- अल्कोहल और सिगरेट की हैबिट को फौरन छोड़ दें। - खाने के दौरान तेल-मसाले का यूज कम से कम करना चाहिए।- बाहर के खाने को इग्नोर करने की जरूरत है। (योगा एक्सपर्ट डॉ। रत्नेश चौधरी से बातचीत पर आधारित)

Posted By: Inextlive